भोपाल- मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री आवास पर मुख्यमंत्री कमलनाथ की अध्यक्षता में बुधवार की रात को कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। इस बैठक में बेंगलुरू में भाजपा द्वारा बंधक बनाए गए कांग्रेस विधायकों से मुलाकात करने गए कांग्रेस नेताओं को कर्नाटक पुलिस द्वारा मिलने से रोकने, अभद्र व्यवहार करने एवं बल पूर्वक हिरासत में लेने को लेकर सर्वसम्मति से निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। विधायक दल की बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा, “बेंगलुरू में भाजपा के इशारे पर कांग्रेस के नेताओं के साथ जो सलूक व अभद्र व्यवहार हुआ, उसे आज पूरे देश ने देखा। किस प्रकार एक राज्यसभा उम्मीदवार दिग्विजय सिंह को कांग्रेस विधायकों से मिलने से रोका गया। किस प्रकार कर्नाटक पुलिस के पांच सौ पुलिस जवानों के पहरे में रखे गए बंधक कांग्रेस विधायकों से हमारे राज्यसभा उम्मीदवार को मिलने नहीं दिया गया और उसे सुरक्षा में खतरा बताया गया।”
कमलनाथ ने कहा, “हमारे विधायकों को भाजपा ने बंधक बनाकर रखा हुआ है और उनपर दबाव डालकर उनसे बयान दिलवाए जा रहे हैं। उन्हें स्वतंत्र नहीं किया जा रहा है और भाजपा फ्लोर टेस्ट की मांग कर रही है। जब तक ये विधायक स्वतंत्र नहीं होते, तब तक फ्लोर टेस्ट की बात बेमानी व अलोकतांत्रिक है।”
मुख्यमंत्री ने विधायकों को आज सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में हुई सुनवाई की पूरी विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा, “हमें न्यायालय पर पूर्ण विश्वास है। हम न्यायालय का पूरा सम्मान करते है और हमें पूरी उम्मीद है कि न्यायालय से हमें न्याय मिलेगा। हम सब एकजुट है, हमारी एकजुटता ही हमारी ताकत है। भाजपा की साजिश का शीघ्र अंत होगा।”
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, मंत्रियों एवं विधायक बेंगलुरू में विधायकों से मिलने गए थे, जहां पुलिस ने उन्हें रोका और विधायकों से नहीं मिल पाए।