खरगोन: मध्य प्रदेश के खरगोन शहर में पिछले पखवाड़े रामनवमी के अवसर पर निकाली गई शोभायात्रा पर पथराव के बाद हुई सांप्रदायिक हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने अब तक 175 लोगों को गिरफ्तार किया है.
10 अप्रैल को खरगोन शहर में हुई हिंसा के संबंध में अब तक 64 एफआईआर दर्ज की गई हैं और 175 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
खरगोन के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी पर गोली चलाने के मामले में गिरफ्तार मोहसिन उर्फ वसीम को शनिवार को स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है.
काशवानी ने बताया कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है और आगे की जानकारी जुटाई जा रही है.
उन्होंने कहा कि तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर खरगोन के पास के इलाकों और अन्य स्थानों पर अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है.
बता दें कि खरगोन में 10 अप्रैल को रामनवमी पर निकाले गए धार्मिक जुलूस के दौरान हुई हिंसा में दुकानों, घरों एवं वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया था. इसके बाद पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया था.
इस हिंसा में खरगोन के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी को पैर में गोली लगी थी, वह फिलहाल छुट्टी पर हैं और उनका इलाज चल रहा है.
जिला प्रशासन के आदेश के अनुसार, कर्फ्यू में ढील स्थानीय अनाज मंडी, पेट्रोल पंपों और सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) की दुकानों से मिट्टी के तेल की बिक्री के लिए लागू नहीं होगी, केवल दूध, सब्जियों, दवाओं की दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है, लेकिन धार्मिक स्थल बंद रहेंगे.