मुंबई, 26 मार्च (आईएएनएस)। ‘तारे जमीं पर’ जैसी संवेदनशील फिल्म का निर्देशन करने वाले अभिनेता-निर्माता आमिर खान का कहना है कि फिल्मों और टेलीविजन में बच्चों के लिए विषय वस्तु बहुत ही कम है। उनका कहना है बच्चों के लिए उपयुक्त विषय वस्तु उपलब्ध नहीं होने के कारण बच्चे वह देखते हैं, जिससे उनका कोई मतलब नहीं है।
आमिर यहां फिक्की फ्रेम्स सम्मेलन 2015 को संबोधित कर रहे थे।
आमिर ने कहा, “अगर आप बच्चों के लिए विषय वस्तु पर ध्यान दें, तो यह लगभग नगण्य है और मुझे लगता है यह बहुत भयावह स्थिति है।”
उन्होंने कहा, “लगभग 80 फीसदी बच्चे वास्तव में वह विषय वस्तु नहीं देखते, जो खासतौर से उनके लिए बनाई गई है। वे वह देखते हैं, जो उनके माता-पिता देख रहे हैं।”
आमिर को लगता है कि मनोरंजन उद्योग बच्चों को स्वस्थ और शुद्ध विषय वस्तु देकर देश के विकास में योगदान कर सकता है।
उन्होंने कहा, “उद्योग में हमारे सामने बहुत से अवसर हैं। हम भारत का सामाजिक ताना-बाना बुन सकते हैं।”
आमिर ने कहा, “हम हमारी कहानियों और किरदारों में बच्चों के लिए बेहतर चुनाव करके राष्ट्र के निर्माण में गतिशील तरीके से योगदान कर सकते हैं।”