भोपाल- राजधानी में आज चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और Total Lockdown IN MP वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मध्यप्रदेश के सभी ज़िलों के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों के साथ महत्त्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक में कोरोना नियंत्रण को लेकर चर्चा की। बैठक में कहा गया कि मास्क का उपयोग, परस्पर दूरी और बेहतर उपचार एवं देखभाल COVID19 के विरुद्ध प्रभावी उपाय हैं। वैक्सीनेशन को गति दी जा रही है। 45 साल से अधिक आयु के सभी नागरिक टीका लगवाएं क्योंकि यह प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में उपयोगी है।
‘टीका उत्सव’ मनाया जाएगा
क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप्स के सभी सदस्य प्रदेश में जन जागरण में सहयोग देने की बात कही गई। CoronaWarriors भी कठिन हालातों में समाज की सेवा में जुटे हुए हैं। प्रदेश में 11 अप्रैल ज्योतिबा फुले जी की जयंती से 14 अप्रैल डा. बाबासाहब अंबेडकर जी की जयंती तक ‘टीका उत्सव’ मनाया जाएगा। इसकी तैयारी पूरी की जाए। ऑक्सीजन की कमी नहीं होने दी जाएगी, अतिरिक्त व्यवस्था की गई है। कई बार कमी की खबरों के संदर्भ में संग्रहण की प्रवृति बढ़ जाती है। कोरोना वॉलंटियर्स सक्रिय हैं। अनेक स्वैच्छिक संगठन भी कार्य कर रहे हैं। मध्यप्रदेश में बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जा रही है। जांच की निर्धारित दरों के अनुसार ही नागरिकों से राशि ली जाएगी। इसका उल्लंघन करने वाले दोषियों को दंडित किया जाएगा।
इन जिलों में लगाया गया लॉकडाउन
उधर प्रदेश में करीब 5 हजार कोरोना संक्रमित मिलने के बाद इंदौर, जबलपुर, उज्जैन सहित 12 शहरों में लॉकडाउन बढ़ाया गया है। अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा ने बताया कि कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए बड़वानी, राजगढ़, विदिशा जिलों के शहरी और ग्रामीण इलाकों में 19 अप्रैल सुबह 6 बजे तक लाॅकडाउन रहेगा। इसी तरह इंदौर, राऊ, महू, शाजापुर और उज्जैन जिले के सभी शहरों में भी 19 अप्रैल की सुबह 6 बजे बजे लाॅकडाउन रहेगा। साथ ही जबलपुर शहर के साथ बालाघाट, नरसिंहपुर और सिवनी जिलों में 12 अप्रैल की रात से 22 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक लॉकडाउन लगाया गया है।
नदियों तथा तालाबों पर पूजा एवं स्नान इत्यादि गतिविधियां प्रतिबंधित
रायसेन जिले में वर्तमान कोरोना वायरस संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए जिला काईसिस मैनेजमेंट कमेटी बैठक में कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने धारा 144 के तहत जिले में नर्मदा नदी के समस्त घाटों, अन्य नदियों तथा तालाबों पर पूजा एवं स्नान इत्यादि गतिविधियों को आगामी आदेश तक तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि 12 अप्रैल को सोमवती अमावस्या पर्व पर नर्मदा नदी व अन्य नदियों के सभी पाटों एवं तालाब पर अधिक संख्या में श्रद्धालुओं की अत्याधिक भीड़ एकत्रित होने की संभावना है, जिससे कोविड-19 महामारी फैलने की पूर्ण संभावना है। कोविड-19 के संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुये तथा महामारी के नियंत्रण हेतु जिले के समस्त राजस्व सीमा क्षेत्रान्तर्गत नर्मदा नदी के समस्त घाटो, अन्य नदियों तथा तालाबों पर पूजा एवं स्नान इत्यादि गतिविधियों को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया गया है। साथ ही स्थानीय संस्थाओं को इस संबंध में ध्वनि विस्तारक यंत्र से रायसेन जिले की सम्पूर्ण सीमा क्षेत्रों में सूचना दिए जाने के आदेश दिए गए है।