भोपाल। मां काली डाक्यूमेंट्री फिल्म के पोस्टर में काली जी को सिगरेट पीते हुए दिखाए जाने के बाद से ही इसका विरोध किया जाने लगा है। कई लोग इस फिल्म को बैन करने की बात कर रहे है वहीं इस पोस्टर से धार्मिक भावनाओं के आहत होने के चलते इसकी निर्माता लीना मणिमेकलाई कानूनी सकंट में आ गई है।
मध्यप्रदेश के रतलाम में उनके खिलाफ धार्मिक भावनांए भड़काने का केस दर्ज किया गया है। ये केस समाजसेवी और एडवोकेट प्रशांत ग्वालियरी ने स्टेशन थाने में जाकर निर्माता लीनामणिमेकलाई के खिलाफ 153ए ,295ए और 504 धाराओं में दर्ज कराया है।
ए़़डवोकेट और समाजसेवी प्रशांत ग्वालियरी ने स्टेशन पुलिस रोड थाने को दिए आवेदन में कहा है कि लीना मणिमेकलाई ने ट्विटर हेडल से ट्विट करके काली नाम की डॉक्यूमेंट्री के पोस्टर को पोस्ट किया था। जिसमें मां काली को सिगरेट पीते हुये दिखाया गया है। जो कि करोड़ो हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला और अत्यंत अपमानजनक है।
वहीं प्रशांत ग्वालियरी ने आवेदन में ये भी कहा कि मां काली देश के करोड़ों हिन्दुओं के लिए पूजनीय है।संबधित पोस्टर में मां काली को सिगरेट पीते हुए दिखाया जाना मां काली का अपमान और करोड़ों हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला है।आरोपी निर्मातो लीना के द्वारा जारी इस पोस्टर से देश का सौहार्दपूर्ण माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है साथ ही देश में सांप्रदायिक तनाव पैदा किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक उत्तरप्रदेश में इस मामले पर तीन एफआईआर हो चुकी है ।
बता दें मां काली डॉक्यूमेंट्री के पोस्टर पर हाल ही में आये टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा के विवादित बयान ने इस मामले को और तूल दे दिया है। उनके बयान के बाद से कई नेताओं ने उनके बयान को गलत ठहराया है। वहीं उनके खिलाफ कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन भी किए जा रहे है।