भोपाल। मदरसों में गीता के अध्याय इसी सत्र से पढ़ाने का फैसला लागू कर चुकी मध्य प्रदेश सरकार को भारी विरोध के चलते अपना निर्णय वापस लेना पड़ा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्कूल शिक्षा विभाग की इस आशय की अधिसूचना रद करने के निर्देश दिए।
इस फैसले से मचे कोहराम के बाद सरकार बैकफुट पर आ गई। गीता का अध्याय मदरसों की किताब में शामिल करने से संबंधित सभी तथ्यों व फैसलों का ब्यौरा लेकर स्कूल शिक्षा विभाग के अफसरों को मुख्यमंत्री ने मंत्रालय में सुबह से ही तलब कर लिया था।
सीएम के सामने भी अफसरों ने मदरसों में गीता प्रसंग को लेकर नैतिक शिक्षा के नजरिये से महत्वपूर्ण बताया। मुख्यमंत्री इस फैसले के व्यापक विरोध से बुरी तरह परेशान थे। उन्होंने मुख्य सचिव और अन्य आला अफसरों से चर्चा करने के बाद विवादित फैसले को निरस्त करने के आदेश दिए। इसके बाद इसी माह की एक तारीख को जारी अधिसूचना पांच दिन बाद निरस्त कर दी गई।
शिवराज ने कहा, ‘भगवदगीता में बताए प्रसंगों पर आधारित अध्याय जोड़ने की जिस अधिसूचना के कारण यह विवाद पैदा हुआ, वह आदेश वापस ले लिया गया है।