नई दिल्ली, 3 अप्रैल (आईएएनएस)। समाजिक बाधाओं से परे अधिकांश मतदाता मानते हैं कि देश आगे बढ़ रहा है और उनका रहन-सहन भी। ज्यादातर अपने भविष्य को लेकर आशावादी है क्योंकि उनका मानना है कि अगले एक साल में उनके जीवन स्तर में सुधार होगा।
हालिया सीवोटर-आईएएनएस चुनावी सर्वेक्षण 2019 के निष्कर्षो के अनुसार, उत्तरदाताओं में शामिल 73.2 फीसदी सरकारी कर्मचारी, 65 फीसदी बेरोजगार व 63.3 फीसदी स्वरोजगार करने वाले लोग देश के हालात से संतुष्ट हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह उम्मीद करते हैं कि उनका जीवन स्तर अगले 12 महीनों में बेहतर होगा, 63 फीसदी बेरोजगारों, 45.9 फीसदी गृहणियों, 61.5 फीसदी मत्स्य पालन से जुड़े लोगों व 65.2 फीसदी सरकारी कर्मचारियों ने ‘हां’ कहा।
इन वर्गो में नकारात्मक दृष्टिकोण रखने वाले कम थे।
सिर्फ 4.3 फीसदी बेरोजगारों, 7.9 फीसदी गृहणियों, 5.7 फीसदी जमीन मालिक किसानों ने कहा कि वे आज के भारत के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कह सकते।
विभिन्न वर्गो में अगले एक साल में जीवन स्तर के खराब होने की बात कहने वाले उत्तरदाताओं की संख्या दस फीसदी या इससे कम रही।
ऐसे लोगों की संख्या 20 फीसदी से कम रही जिन्होंने कहा कि देश व उनका जीवन दोनों ही खराब स्थिति में है।