आईपीएल मैच के दौरान लगने वाले सट्टो की जगह ली केन्द्र की सियासत ने”कौन बनेगा प्रधानमंत्री” इस सवाल पर सजा है सट्टेबाज़ी का बाज़ार,नरेंद्र मोदी पर लगा है सबसे ज्यादा सटटा।
अनूप कुमार
फैज़ाबाद । दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के उत्सव मे अब वो दौर आ गया है जब बीते कई महीनो की नूराकुश्ती के बाद अब फैसले का वक्त आ गया है आने वाले कुछ ही घंटो मे ये तय हो जायेगा की कौन बनेगा देश का प्रधानमंत्री किसके गले सजेगा जीत का हार। देश की सवा करोड़ जनता के फैसले का इंतज़ार सभी को है तमाम राजनितिक दलो मे ज़ोड़ तोड़ क़ी गाणित भी लगायी जा रही है ऐसे मे देश कि सियासत मे होने वाले इस बडे उलटफेर का व्यवसायिक लाभ भी जमकर उठाया जा रहा है और ये व्यवसाय है सट्टेबाज़ी का काला कारोबार कहनें को ये गन्दा है पर फ़िर भी जो कर रहे है उनके लिये धंधा है। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में अब एक नयी सरकार का गठन होने जा रहा है जिसके साथ ही सियासी गणितज्ञ जीत हार का समीकरण भी बता रहे है और इन्ही समीकरणों के सहारे गर्म हो रहा है सट्टेबाज़ी का बाज़ार जिसमे जिले के होने वाले सांसद से लेकर देश के भावी प्रधानमंत्री तक के नाम पर सट्टा लगाया जा रहा है ये सट्टेबाज़ी का बाज़ार सिर्फ़ हार और जीत पर नहीं टिका है बल्कि सट्टेबाज़ों के लिये हारे हुए प्रत्याशियों पर भी दांव लगाने का मौका है और ये दांव है जीत के बाद हारे हुए प्रत्याशियों को मिले हुए मतों के प्रतिशत का है,साथ ही चुनाव मे पहले नम्बर से लेकर आखिरी जगह तक के लिये सटटा लगाया जा रहा है,खेल यही नहीं रुकता जीत हार और पहली आखिरी जगह पर सट्टेबाजी के साथ साथ प्रत्याशी को मिले वोट की संख्या मे आखिरी का अंक क्या होगा इस पर भी सट्टा लगाया जा रहा है। देश के में चल रहे लोकसभा चुनावों के आखिरी और निर्णायक दौर मे जहां पूरे देश की निगाह आने वाली 16 मई के चुनावी नतीजों पर टिकी है वही देश भर मे चल रहे सट्टे के इस खेल मे सटोरियों के लाखो करोडो रुपये भी दांव पर लगे है सट्टेबाज़ी के कारोबार मे देश मे बनने वाळी सरकार पर तो सटटा लगाया ही जा रहा है साथ ही सरकार बनाने वाली पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलेगा या नहीं या गठबंधन की सरकार होगी ये सब सट्टेबाज़ी के इस काले कारोबार का हिस्सा है,ऐसा नही है की इस काले कारोबार के बारे मे पुलिस को खबर नही है लेकिन सट्टेबाज़ी का ये कारोबार इतनी हाईटेक तरीके से किया जा रहा है की पुलिस के सामने भी इस कारोबार से जुड़े लोगो तक पहुचना एक बडी चुनौती साबित हो रही है इस कारोबार से जुड़े इस पूरे खेल को मोबाइल और कंप्यूटर द्वारा संचालित करते है ऐसे मे इन्हे पक़डने के लिये भी हाईटेक तारीके अपनाए जाने चाहिये लेकिन गिरफ्तारी के नाम पर इस समुन्दर की छोटी मछलियो को पकड़ कर अपनी पीठ थपथपा लेने वाली पुलिस अक्सर इस तरह के कारोबार के होने से ही इंकार कर देती है,ऐसे मे ये कारोबार लुका छिपी के खेल की तरह चलता रहता है और अपने ग्राहक से हज़ारो किलोमीटर दूर बैठा सटोरिया सटटे के इस कारोबार को बडी आसानी और महफूज़ तरीके से अन्जाम देता है।
भाजपा और नरेन्द्र मोदी है सटोरियों की पहले पसंद
सट्टे के इस कारोबार मे भाजपा और भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पहली पसंद है देश मे चल रहें सट्टेबाज़ी के इस कारोबार मे सबसे बड़ा सट्टा नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने पर लगाया गया है जिस पार सटोरियों को अच्छा भाव भी मिल रहा है दूसरे नम्बर पर नरेन्द्र मोदी की बनारस सीट पर जीत और जीत मे भी कितने हज़ार वोटोँ से मिलेगी जीत इस आंकडे पर भी सटटे कारोबार जमा है नाम ना छापने की शर्त पर एक सटोरिये ने बताया की नरेन्द्र मोदी की बनारस सीट पर जीत के लिये सिर्फ़ बनारस ही नहीं पूरे देश सट्टेबाज़ी का बाज़ार गर्म है और सत्ता लगानी वाले लोग मोदी की जीत को लेकर इतने आश्वस्त है कई वो हारने पर चौगुनी से भी ज्यादा रकम अदा कर भी सट्टा लगा रहे है साथ ही सटोरिये ने बताया की इस समय सट्टा लगाने वालो की पहली पसन्द भाजपा के प्रत्याशी है जिन पर दिल खोलकर सट्टे लगाये जा रहें है वही केन्द्र मे भाजपा की सरकार आने को लेकर भी जमकर सट्टेबाज़ी हुई है।
फैज़ाबाद मे लल्लू और निर्मल पर हुई है सट्टेबाज़ी
सट्टेबाज़ी के इस काले कारोबार से फैज़ाबाद भी अछूता नहीं रहा है इस संसदीय सीट पर सट्टेबाज़ों की नज़र मे मुख्य लडाई कान्ग्रेस और भाजपा मे ही दिख रही है जिसके चलते भाजपा प्रत्याशी लल्लू सिंह और कांग्रेस प्रत्याशी निर्मल खत्री की जीत पर सट्टा लगाया गया है वहीं इस सीट पर लडाई को त्रिकोणिय मान कर कुछ लोगो ने सपा प्रत्याशी मित्रसेन यादव पर भी दां व लगाया है वही इस सीट से अन्य प्रत्याशियों मे बसप प्रत्याशी जितेन्द्र सिंह बब्लू ,आप प्रत्याशी मयुरी तिवारी सटटे के इस कारोबार मे अपनी मौजूदगी दर्ज नहीं करा पायी और कही ना कहीं ये कारोबार कम से कम फैज़ाबाद सीट पर सट्टेबाजी के कारोबार में दांव तीन प्रत्याशीयों पर ही लगा है