लखनऊ, 7 जून (आईएएनएस)। मणिपुर में शहीद हुए उत्तर प्रदेश के दो जवानों का रविवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। सूबे के राज्यपाल, केंद्रीय मंत्री और सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने दोनों शहीदों को श्रद्घांजलि दी।
फैजाबाद के शहीद सैनिक राम प्रसाद यादव का अंतिम संस्कार आज उनके गांव सहादतगंज में किया गया, जबकि शहीद जगवीर सिंह को राजकीय सम्मान के साथ ग्रेटर नोएडा के मुराद गड़ी गांव में अंतिम विदाई दी गई।
शहीद राम प्रसाद यादव का पार्थिव शव आज फैजाबाद स्थित उनके गांव सहादतगंज पहुंचा। वहां प्रदेश सरकार के मंत्री अवधेश प्रसाद, विधायक पवन पाण्डेय तथा जिलाधिकारी व एसएसपी ने उनके शव पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्घांजलि दी। इसके अलावा डोगरा रेजीमेंट के जवानों ने शहीद सैनिक को सलामी दी।
इससे पहले लखनऊ के अमौसी हवाईअड्डे पर शनिवार देर रात वायुसेना के विशेष विमान से पहुंचे शहीद राम प्रसाद यादव के पार्थिव शरीर को प्रदेश सरकार की ओर से स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन ने श्रद्घांजलि दी। इस दौरान हवाईअड्डे पर जिलाधिकारी राजशेखर सहित कई अधिकारी मौजूद थे।
रात में ही शहीद राम प्रसाद यादव का शव छावनी स्थित शहीद स्मृतिका लाया गया, जहां राज्यपाल राम नाईक व मध्य कमान के सेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल राजन बख्शी ने श्रद्घांजलि दी।
इसके बाद शहीद के पार्थिव शव को उनके गृह जनपद फैजाबाद के लिए भेज दिया गया था।
उधर, ग्रेटर नोएडा के शहीद जगवीर सिंह का पार्थिव शव आज रबुपुरा के उनके मुराद गड़ी गांव पहुंचा। वहां केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने शहीद को श्रद्घांजलि दी।
केंद्रीय मंत्री शहीद की शव यात्रा में भी शामिल हुए। जगवीर के शहीद होने से ग्रेटर नोएडा में माहौल बेहद गमगीन है। शहीद की अंतिम यात्रा में बड़ा हजूम उमड़ा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शहीद जगवीर के परिवार वालों ने मुआवजे को लेकर कुछ असंतोष भी व्यक्त किया, लेकिन जिलाधिकारी के आश्वासन के बाद राजकीय सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
गौरतलब है कि बुधवार को मणिपुर में उग्रवादियों के एक हमले में कई सैनिक शहीद हो गए थे। इनमें से दो जवान उप्र के रहने वाले थे। सैनिक रामप्रसाद यादव फैजाबाद के और जगवीर सिंह नोएडा के निवासी थे।
दोनों शहीद जवानों के परिवारों को उप्र सरकार ने 20-20 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दोनों जनपदों के जिलाधिकारियों को एक दिन पहले ही निर्देश जारी कर दिया है कि वे शहीद हुए जवानों के परिवारों को यह मदद राशि उपलब्ध करा दें।