नई दिल्ली, 15 जनवरी (आईएएनएस)। देश में गीत-संगीत की बात करें, तो लाइव प्रस्तुति में ऋचा शर्मा काफी लोकप्रिय नाम हैं। ऋचा ने वैसे तो कई बॉलीवुड फिल्मों के लिए स्टूडियोज में गाने रिकॉर्ड किए हैं, लेकिन उनका कहना है कि मंच प्रस्तुति से उन्हें खास लगाव है।
ऋचा बुधवार को लाइव क्व ोशेंट अवॉर्डस 2015 में शामिल होने गुड़गांव आई थीं, जहां उन्होंने अपनी जीवंत प्रस्तुति से दर्शकों का दिल जीत लिया।
संगीत जगत में अपने 20 सालों के शानदार करियर के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “आज भी मुझे ऐसा लगता है, जैसे यह तो मेरी शुरुआत है। मैं अपने आसपास संगीत के एक-एक कतरे का लुत्फ उठा रही हूं।”
ऋचा ने आगे कहा, “मैं मनोरंजन जगत का, अपने परिवार और साथी कलाकारों का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं कि वे मेरे आधारस्तंभ बने रहे। मैं लंबे समय से लाइव प्रस्तोता रही हूं और मंच हमेशा मेरा पहला प्यार रहेगा।”
ऋचा ने संगीत की तालीम अपने पिता पंडित दया शंकर उपाध्याय और मां मनोरमा देवी से ली थी। पेशेवर संगीत जगत में उन्हें सबसे पहले पहचान 2000 में आई फिल्म ‘कांटे’ के गीत ‘माही वे’ से मिली थी। उन्होंने ‘नी मैं समझ गई’, ‘बिल्लो रानी’, ‘सजदा’ और ‘जोर का झटका’ जैसे गीत गाए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।