हैदराबाद, 7 जून (आईएएनएस)। तेलंगाना के भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो (एसीबी) ने नोट के बदले वोट मामले में रविवार को दूसरे दिन भी तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के विधायक ए. रेवंत रेड्डी और दो अन्य से पूछताछ की।
एसीबी के अधिकारियों ने बंजारा हिल्स स्थित एसीबी मुख्यालय में विधायक रेवंत रेड्डी और उनके दो सहयोगियों सेबेस्तियन हैरी और उदय सिम्हा से पूछताछ की।
एसीबी के अधिकारियों ने शनिवार को दो घंटे तक रेवंत रेड्डी से पूछताछ की थी।
विधायक के वकील प्रमोद रेड्डी ने आरोप लगाया कि एसीबी उनके मुवक्किल को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही है। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसी अदालत के आदेशों का उल्लंघन कर रही है।
शहर की एक अदालत ने शुक्रवार को आरोपी विधायक को चार दिनों की एसीबी की हिरासत में भेजा था।
तेदेपा के विधायक ए. रेवंत रेड्डी को हैदराबाद में 31 मई को भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो (एसीबी) ने गिरफ्तार किया था। एसीबी ने रेवंत रेड्डी को विधानसभा के मनोनीत विधायक एल्विस स्टीफन्सन को 50 लाख रुपये रिश्वत की पेशकश करने पर गिरफ्तार किया गया था। यह धनराशि विधान परिषद चुनाव में तेदेपा-भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करने के लिए दी गई थी। एसीबी ने इस मामले में विधायक के दो अन्य साथियों को भी गिरफ्तार किया था।
गिरफ्तारी के अगले दिन उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था।
एसीबी रेवंत से धन के स्रोत के बारे में जानकारी हासिल करने और पांच करोड़ रुपये में हुए इस सौदे के बाकी के 4.5 करोड़ रुपये के बारे में जानने का प्रयास कर रही है।
उनसे अन्य नेताओं के शामिल होने के बारे में जानकारी ली जा रही है, जिनके नाम उन्होंने नामित सदस्य से बातचीत के दौरान लिए थे।
तेलंगाना के गृहमंत्री एन. नरसिम्हा रेड्डी ने यह भी दावा किया है कि पुलिस के पास इस बात के भी सबूत हैं कि तेदेपा अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नायडू ने स्टीफन्सन और तेलंगाना राष्ट्रीय समिति (टीआरएस) के अन्य विधायकों से फोन पर बातचीत की थी।
टीआरएस नेताओं का आरोप है कि नायडू इस घोटाले के मास्टरमाइंड हैं। उन्होंने नायडू को मुख्य आरोपी बनाने की मांग की।