भोपाल, 28 मार्च (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती लोकसभा चुनाव खुद तो नहीं लड़ेंगी, मगर भोपाल सीट से कांग्रेस उम्मीदवार पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ प्रचार करेंगी। उमा ने जनता को दिग्विजय के कार्यकाल की याद दिलाने के लिए प्रचार करने का ऐलान किया है।
दिग्विजय सिंह के पुत्र और कमलनाथ सरकार में मंत्री जयवर्धन सिंह द्वारा उमा को भोपाल से चुनाव लड़ने की चुनौती दिए जाने के जवाब में उमा ने गुरुवार को एक के बाद एक नौ ट्वीट किए। इन ट्वीट में उमा ने लिखा, “मुझे मीडिया से पता चला कि दिग्विजय सिंह के पुत्र एवं मेरे भतीजे जयवर्धन सिंह ने मुझे भोपाल से दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती दी है। उन्हें तो भाजपा का कोई भी कार्यकर्ता भोपाल में ही चुनाव हरा देगा। इसलिए मैं भोपाल से चुनाव लड़ने नहीं, बल्कि चुनाव प्रचार करने जरूर आऊंगी और भोपाल की जनता को दिग्विजय सिंह की बातों का स्मरण कराऊंगी।”
उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, “मैंने भोपाल शहर के पेयजल संकट निवारण के लिए नर्मदा का पानी लाने की घोषणा की थी एवं भोपाल की सांसद रहते हुए इसकी तैयारी भी करवा ली थी तथा प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भी नर्मदा सागर बांध की स्वीकृति देते समय इसका प्रावधान कर दिया था। उस समय इस योजना को असंभव बताते हुए दिग्विजय सिंह ने इस योजना की खिल्ली उड़ाई थी। वो उस समय मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तब भी उन्होंने इस योजना को लाने में रुकावटें खड़ी की थीं।”
उन्होंने लिखा है, “फिर जब मैं 2003 के दिसंबर में मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री बनी, तब कैबिनेट की पहली बैठक में भोपाल में नर्मदा का जल लाने के प्रस्ताव को स्वीकृति मिली।”
उमा भारती ने दिग्विजय सिंह के कार्यकाल में दैनिक भोगी कर्मचारियों की स्थिति का जिक्र करते हुए लिखा, “दिग्विजय सिंह के मुख्यमंत्री रहते 40,000 दैनिक वेतन भोगियों को एक झटके में निकाल दिया था, जिसमें भोपाल के भी हजारों दैनिक वेतन भोगी थे। उन सबको भी मैंने कैबिनेट की पहली बैठक में बहाल किया था।”
केंद्रीय मंत्री उमा ने दिग्विजय सिंह को भोपाल के विकास का विरोधी करार देते हुए कहा, “जब मैंने भोपाल एयरपोर्ट का नाम भोपाल की जगह भोजपाल करवाया था तो उस कार्यक्रम में दिग्विजय सिंह स्वीकृति देने के बावजूद नहीं आए थे, क्योंकि वो इस बात से प्रसन्न नहीं थे। भोपाल का अपमान करने में एवं भोपाल की प्रगति रोकने में दिग्विजय सिंह ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी।”
दिग्विजय सिंह को कांग्रेस का उम्मीदवार बनाए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उमा भारती ने कहा, “यह तो बहुत अच्छा हुआ कि भोपाल की जनता के साथ इतना अन्याय करने वाले अब जनता के दरबार में पेश हो जाएंगे तथा अब भोपाल संसदीय क्षेत्र के नागरिक प्रचंड मतों से उन्हें हराकर अपना बदला चुकाएंगे।”
भोपाल संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवारी को लेकर भाजपा में मंथन जारी है। भोपाल में मतदान 12 मई को होना है। कांग्रेस के लिए यह कठिन सीट मानी जाती है, क्योंकि बीते तीन दशकों से कांग्रेस यहां जीत नहीं पाई है।