भोपाल-जहांगीराबाद इलाके की पुरानी गल्ला मंडी में मंगलवार सुबह उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हो गई। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर जमकर पथराव किया। लोग तलवारें और डंडे लेकर सड़कों पर उतर आए। घटना में छह से ज्यादा लोग घायल हुए हैं, जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं।
स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई कि इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील करना पड़ा। बताया जा रहा है कि विवाद की शुरुआत दो दिन पहले तेज बाइक चलाने को लेकर हुई बहस से हुई थी। पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों पर केस दर्ज किया था, जिनमें से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया था और दो आरोपी फरार चल रहे थे। इन्हीं फरार आरोपियों को लेकर मंगलवार सुबह विवाद फिर से भड़क गया।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, सुबह करीब 10:30 बजे 50-60 लोगों की भीड़ ने हमला कर दिया। हमलावरों ने तलवारें और डंडे लेकर घरों पर धावा बोला। उन्होंने घरों में घुसकर तोड़फोड़ की और घर के बाहर खड़े वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया। हमले के दौरान एक गर्भवती महिला को भी चोट आई, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। राजा नाम के एक युवक ने सिर पर तलवार से हमला किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
विवाद की शुरुआत सरदार मोहल्ले से हुई थी। फैज नाम का युवक अपने बीमार भाई को इमरजेंसी में लेकर जा रहा था, लेकिन रास्ते में कुछ लोगों ने तेज गाड़ी चलाने को लेकर उसे रोक लिया और मारपीट की। फैज ने बीमार भाई की स्थिति बताई, लेकिन उसकी बात अनसुनी कर दी गई। इसी दौरान दूसरे गुट के लोग तलवार लेकर वहां पहुंच गए और विवाद बढ़ गया।
हमले में फैज की मां और भाई को भी निशाना बनाया गया। इसके बाद मंगलवार को बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए और हमला कर दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह विवाद रास्ते बंद करने को लेकर भी था। एक पक्ष का आरोप है कि दूसरे गुट ने मुख्य मार्ग को बंद कर दिया था, जिससे लोगों को आने-जाने में दिक्कत हो रही थी। जबकि दूसरे पक्ष का कहना है कि लोग तेज गाड़ियां चलाते हैं, जिससे छोटे बच्चों की सुरक्षा खतरे में पड़ती है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मौके पर पहुंची। डीसीपी प्रियंका शुक्ला ने बताया कि पहले से ही घटनास्थल पर पुलिस बल तैनात था। झड़प की सूचना मिलते ही अतिरिक्त बल बुलाया गया और स्थिति को नियंत्रण में किया गया। डीसीपी ने कहा कि हथियार लेकर चलने वाले लोगों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हालांकि, घटना के दौरान घायल हुए लोगों ने पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाया। पीड़ित शाहवर उर्फ माइकल ने बताया कि जब हमला हुआ, तो पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद थे, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। हमलावरों ने उनके घर में घुसकर तोड़फोड़ की, महिलाओं के साथ मारपीट की और वाहनों को नुकसान पहुंचाया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि झड़प के दौरान हमलावर इतने उग्र थे कि उन्होंने पुलिस को भी निशाना बनाया। फिलहाल इलाके में तनाव बना हुआ है, लेकिन पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित कर लिया है। और मामले की जांच जारी है।