भोपाल के 10 तालाब के संरक्षण, संवर्द्धन एवं सौन्दर्यीकरण की 216 करोड़ की योजना तैयार की गई है। इस योजना के लिए राशि जापान इन्टरनेशनल कार्पोरिटिव एजेंसी (जायका) द्वारा ऋण के रूप में दी जायेगी। इन तालाबों के संरक्षण के सबंध में आज नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री बाबूलाल गौर ने समीक्षा की। श्री गौर ने कहा कि तालाबों के संरक्षण एवं सौन्दर्यीकरण का कार्य राज्य शासन की विभिन्न एजेंसी कर रही हैं। इनके बीच तालमेल की बेहद आवश्यकता है, उन्होंने तालाबों के संरक्षण कार्य को समयबद्ध ढंग करने की जरूरत भी बताई। बैठक में बताया गया कि इन 10 तालाब की विस्तृत कार्य-योजना (डी.पी.आर.) तैयार करने के लिए कसंल्टेंट नियुक्त करने का कार्य जुलाई अंत तक कर लिया जायेगा।
नगरीय प्रशासन मंत्री श्री गौर ने कहा कि तालाब को पर्यावरण की दृष्टि से सुरक्षित रखने के लिए लोगों को पर्यटन के जरिये रोजगार देने की आवश्यकता होगी। उन्होंने अधिकारियों से विस्तृत कार्य-योजना में पर्यटन के अधिक से अधिक उपायों को शामिल किए जाने के निर्देश भी दिए। श्री गौर ने कहा कि 10 तालाब के अलावा राजधानी की अन्य जल संरचनाओं के सीमांकन एवं मुनारे लगाने का कार्य जल्द पूरा किया जाये। उन्होंने तालाबों को प्रदूषण एवं अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई किए जाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। महापौर श्रीमती कृष्णा गौर ने बताया कि योजना में शामिल 10 तालाब के अलावा शहर की जल संरचनाओं की जानकारी तैयार की गई है। इनके संरक्षण का कार्य भी किया जायेगा। उन्होंने बताया कि भेल क्षेत्र की अयोध्या बस्ती में सरयू सरोवर का विकास पर्यटन निगम द्वारा एवं रख-रखाव का कार्य नगर निगम द्वारा किया जायेगा।
सचिव नगरीय प्रशासन श्री एस.एन. मिश्रा ने बताया कि तालाबों के संरक्षण के लिए शासकीय एजेंसियों के साथ-साथ स्वयंसेवी संगठनों की मदद भी ली जायेगी। उन्होंने कहा कि बड़े तालाब समेत जल संरचनाओं में जलकुम्भी हटाने के लिए 3 करोड़ की ड्रेजर मशीन खरीदी जायेगी। आयुक्त नगरीय प्रशासन श्री संजय शुक्ला ने बताया कि योजना में शामिल 10 तालाब के संरक्षण एवं सौन्दर्यीकरण कार्य की मॉनीटरिंग के लिए नगर निगम भोपाल में प्रकोष्ठ का गठन कर लिया गया है। बड़े एवं छोटे तालाब के प्रस्तावित कार्यों के लिए मुख्यमंत्री शहरी अधोसंरचना विकास योजना में 12 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। दस तालाब में मुनारे लगाने के लिए 75 लाख रुपये की व्यवस्था विभाग द्वारा की जा रही है। कलेक्टर भोपाल श्री निशांत बरवड़े ने तालाबों पर से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जानकारी दी।
आयुक्त नगर निगम श्री विशेष गढ़पाले ने बताया कि बड़े तालाब के किनारे 10 वार्ड में 31 किलोमीटर की सीवेज लाइन बिछाई गई है। बड़े तालाब के फुल टैंक लेवल से 50 मीटर की दूरी को चिन्हित करने के लिए 306 मुनारे को लगाया गया है। खानूगाँव के पास लेक फ्रंट डेव्हलपमेंट की 18 करोड़ 64 लाख की योजना मंजूरी के लिए केन्द्र को भेजी गई है। कमला पार्क के पास पार्किंग व्यवस्था के लिए भूमि चयन का कार्य किया जा रहा है। छोटे तालाब में फ्लोटिंग फाउण्टेन प्रारंभ किया गया है। तालाब के पास रंगीन लाईट लगाने का कार्य प्रगति पर है। छोटे तालाब की सीमा का सर्वे किया जा रहा है। सर्वे के बाद प्रदूषण करने वाले स्त्रोतों को पूरी तरह से बंद किया जायेगा। छोटे तालाब की जलकुम्भी हटाने के लिए ड्रेजर एवं डीविडिंग मशीन खरीदी जा रही है। बैठक में छोटे एवं बड़े तालाब के अलावा अन्य 8 तालाब मोतिया, बागमुंशी हुसैन खाँ, सिद्दीकी हसन खाँ, शाहपुरा, हथाईखेड़ा, लहारपुर, चार इमली और बीएचईएल स्थित सारंगपाणी तालाब में किए जा रहे कार्यों की भी जानकारी दी गई।
बैठक में पर्यटन विकास निगम, राजधानी परियोजना, एप्को, उद्यानिकी, वन विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
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तालाब पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।
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तालाबों में पर्यटन से बढ़ावा देकर रोजगार के अवसर बढ़ायें।
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राजधानी के तालाबों के संरक्षण के लिए जुलाई अंत तक होगी कन्सलटेंट की नियुक्ति।