भोपाल- राजधानी भोपाल में आशियाने का सपना दिखाकर पब्लिक से धोखाधड़ी का कारोबार फूल फल रहा है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गड़बड़ी करने वाले गृह निर्माण सरकारी सोसायटियों के खिलाफ एक अभियान चलाकर उन पर नकेल कसने की बात कर दी है. भोपाल में 15 गृह निर्माण सहकारी संस्थाओं के खिलाफ अपराधिक प्रकरण दर्ज किए गए हैं. इनमें कई रसूखदार सहकारी माफिया के नाम भी शामिल है.
सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद भदोरिया के अनुसार रसूखदार सहकारी माफिया एवं रोहित ग्रह निर्माण सहकारी संस्था भोपाल के अध्यक्ष एवं संचालक मंडल के 22 सदस्यों के खिलाफ ईओडब्ल्यू थाना अरेरा हिल्स भोपाल में अपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया है. घनश्याम सिंह राजपूत पर 18 करोड रुपए का गबन का आरोप है. यहां यह उल्लेखनीय है कि घनश्याम सिंह राजपूत भाजपा के रसूखदार नेताओं में सुमार है. 126 भूखंडों के आवंटन के मामले में गिरफ्तार किए गए हैं.
घनश्याम सिंह राजपूत के खिलाफ एक और मामला कोलार थाने में दर्ज किया गया है. यहां वे आकांक्षा गृह निर्माण सहकारी संस्था का बलात अध्यक्ष बनकर संस्था की साढे 5 एकड़ भूमि पर अवैध कब्जा कर रखा है. इसी प्रकार कावेरी गृह निर्माण सहकारी संस्था मर्यादित भोपाल के खालिद खान कुलदीप मुद्गल के खिलाफ कोलार थाने में एफ आई आर दर्ज की गई है. इन पर एक करोड़ 70 लाख के गबन का आरोप है. बागसेवनिया पुलिस स्टेशन में कामधेनु गृह निर्माण सहकारी संस्था भोपाल के अजय पाठक पीके नंदी अनिल गौड़ सतीश प्रजापति राहुल सिंह अतुल सरीन जावेद अख्तर एम पाठक गिरजा बाई अभय ओझा और बृजेश शुक्ला के खिलाफ ढाई करोड़ रुपए गबन के मामले में एफआईआर दर्ज है.इसके अलावा पंच सेवा गृह निर्माण सहकारी संस्था भोपाल के अशोक गोयल एवं अंकित गोयल, विशाल सागर गृह निर्माण सहकारी संस्था भोपाल के विनोद शर्मा एवं एमपी गोरेला, रोशन गृह निर्माण सहकारी संस्था भोपाल के बाबूलाल मालवीय उपेंद्र सक्सेना एवं दीपक सोनी, स्वजन गृह निर्माण सहकारी संस्था के रमेश पटेल, राजेंद्र पटेल तथा विचित्र मोहन श्रीवास्तव और मुरलीधर बैरागी, शादाब गृह निर्माण सहकारी संस्था मर्यादित भोपाल के सैयद जहूर उर हसन, अख्तर हुसैन, कल्याण सिंह एवं जीशान अली, गौरव गृह निर्माण सहकारी संस्था के संतोष जैन श्रीमती अनीता बिष्ट श्रीमती अंजलि कुकरेजा शिशिर खरे और मनोज सिंह, मंदाकिनी का निर्माण सहकारी संस्था के प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, तिलक गृह निर्माण सहकारी संस्था भोपाल के शफीक खान, शफीक मोहम्मद, कर्नल भूपेंद्र सिंह, मोहम्मद शकूर खां, असगर अली, जरीना बेगम, कुमारी मीना रंजीत सिंह सुशीला सिंह, रीता खंडायत, रश्मि खंडायत, ग्रीनलैंड गृह निर्माण सहकारी संस्था की श्रीमती मेहजबी एवं शाकेब अख्तर और गौरव महाकाली गुलाबी हेमा गृह निर्माण सहकारी संस्था के संदीप राजपूत, विष्णु प्रसाद पटेल, रामकुमार चौरसिया, नरेंद्र सोनी, अनिता बिष्ट और सुमन हेमा के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया है.सहकारिता विभाग ने नियमों का उल्लंघन करने और सदस्यों को प्लाट आवंटन में गड़बड़ी किए जाने की शिकायतों से संबंधित 182 गृह निर्माण सहकारी सोसायटी में मप्र सहकारी सोसायटी अधिनियम 1960 की धारा 49 (7) (क) (ख) 53 (1) 53 (12) के अंतर्गत प्रशासक की नियुक्ति की गई है. यहां यह भी उल्लेखनीय है कि सहकारिता विभाग द्वारा नियमों का पालन कराते हुए सोसायटियों में नए अध्यक्ष का चुनाव कराया जाना चाहिए किंतु प्रशासक नहीं चाहते कि संस्थाओं में उनकी दखलअंदाजी खत्म हो. यही कारण है कि सहकारी संस्थाओं में लंबे वर्षों से प्रशासक नियुक्त हैं.