काठमांडू, 11 सितंबर (आईएएनएस)। नेपाली प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल ‘प्रचंड’ ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उनकी आगामी भारत यात्रा से दोनों पड़ोसियों के बीच संबंध बढ़ाने में मदद मिलेगी। मीडिया को यह जानकारी रविवार को दी गई।
‘काठमांडू पोस्ट’ की मुताबिक, प्रचंड की 15 सितंबर से भारत की एक तीन दिवसीय राजकीय यात्रा शुरू होनी है।
यहां नेपाल इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशन्स द्वारा आयोजित भारत-नेपाल संबंधों पर बातचीत करते हुए शनिवार को प्रचंड ने कहा कि वह सभी से आग्रह करेंगे कि वे उन्हें एक जोखिम उठाने वाले नेता रूप में जानें।
यात्रा के दौरान किसी विवादास्पद समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए जाने की बात कहते हुए प्रचंड ने कहा, “यदि आप कहते हैं कि मुझे भारत नहीं जाना चाहिए तो यह भी मानिए एक नेता को जोखिम उठाने का विशेषाधिकार होना चाहिए।”
‘काठमांडू पोस्ट’ ने प्रधानमंत्री के हवाले से कहा, “मैं अपने देश के लोगों से आग्रह करता हूं कि मुझ पर दबाब न डालें और मुझे राष्ट्रीय हित में जोखिम लेने दें।”
समाचार पत्र के मुताबिक, शांति प्रक्रिया के बचे कार्यो को पूरा करने, संविधान को लागू करने के साथ भारत के साथ संबंधों में सुधार प्रचंड के सबसे महत्वपूर्ण कार्यो में शामिल है।
यहां के अधिकारियों के अनुसार, प्रचंड लंबे समय से तीन देशों- चीन, नेपाल और भारत के साथ त्रिपक्षीय सहयोग की नीति पर चल रहे हैं और उनका मानना है कि यह नीति नेपाली लोगों की बदलाव और समृद्धि की आकांक्षाएं पूरी कर सकेगी।