लाहौर, 16 नवंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष शहरयार खान ने सोमवार को साफ-साफ कह दिया कि पाकिस्तानी टीम भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से मिले प्रस्ताव के तहत भारत में द्विपक्षीय श्रृंखला नहीं खेलेगी।
एक दिन पहली ही शहरयार ने कहा था कि बीसीसीआई के अध्यक्ष शशांक मनोहर की ओर से उन्हें भारत में खेलने का प्रस्ताव मिला था।
शहरयार ने कहा कि यह द्विपक्षीय श्रृंखला तभी हो सकती है, जब भारतीय टीम संयुक्त अरब अमीरात में खेलने को राजी हो, जो पाकिस्तान में 2009 में श्रीलंकाई टीम पर हुए आतंकवादी हमले के बाद से पाकिस्तान का घरेलू आयोजन स्थल बन चुका है।
बीसीसीआई के सचिव अनुराग ठाकुर हालांकि पहले ही कह चुके हैं कि भारत सरकार यूएई में पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय टीम को खेलने की इजाजत नहीं देगी।
वेबसाइट ‘क्रिकइंफो डॉट कॉम’ पर सोमवार का शहरयार के हवाले से कहा गया है, “भारत में खेलने का सवाल ही नहीं उठता। मैं अभी भी भारतीय टीम के यूएई में खेलने पर राजी न होने का कारण जानना चाहता हूं।”
शहरयार ने कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ पहले भी बाहरी धरती पर दो श्रृंखलाएं खेल चुका है, फिर यह बात समझ में नहीं आती कि अब भारत सरकार भारतीय खिलाड़ियों को यूएई खेलने क्यों नहीं भेजना चाहती।
शहरयान ने सवालिया लहजे में कहा कि जब वे अपने आईपीएल के मैच यूएई में खेल सकते हैं तो पाकिस्तान के साथ क्यों नहीं?
गौरतलब है कि बीसीसीआई और पीसीबी के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुआ है, जिसके तहत दोनों देशों को अगले पांच वर्षो में छह श्रृंखलाएं खेलनी हैं, जिसमें पहली श्रृंखला इसी वर्ष दिसंबर में यूएई में निर्धारित की गई थी।
इस श्रृंखला में भारत और पाकिस्तान के बीच दो टेस्ट, पांच अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय और दो अंतर्राष्ट्रीय टी-20 मैच खेले जाने पर दोनों देशों के बोर्डो के बीच समझौता हुआ है।
लेकिन गौर करने वाली बात है कि भारतीय टीम अगले वर्ष आठ जनवरी से आस्ट्रेलिया दौरे पर जाएगी और उससे पहले इस द्विपक्षीय श्रृंखला के लिए सिर्फ एक महीने का समय बचा हुआ है।
पीसीबी अधिकारियों के अनुसार हालांकि पाकिस्तान इसे सिर्फ सीमित ओवरों वाली श्रृंखला तक सीमित रखने पर भी राजी है।
शहरयार का भी हालांकि अंतत: वही कहना है कि द्विपक्षीय श्रृंखला खेले जाने पर अंतिम फैसला पीसीबी के हाथ में नहीं बल्कि पाकिस्तान सरकार के हाथ में है।