संयुक्त राष्ट्र, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत-बांग्लादेश के बीच हुए परिक्षेत्र समझौते को दुनिया के लिए समस्याओं के निपटान का एक उदाहरण बताया है।
हसीना ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा कि सीमा समझौता लागू होने से 162 परिक्षेत्रों के 50,000 राज्यविहीन वासियों के मानवीय हालात का एक शांतिपूर्ण निपटान हो गया है।
उन्होंने कहा, “भारत के साथ मिलकर ऐसा कर हमने विश्व के लिए एक अनोखी मिसाल कायम की है।”
हसीना ने आतंकवादवाद और जलवायु परिवर्तन को मानवीय सभ्यता की स्थिरता के लिए दो सबसे बड़े खतरे बताया। उन्होंने अपने निजी अनुभव को याद करते हुए कहा कि उन पर 19 बार आतंकवादी हमले हो चुके हैं और उनके पिता शेख मुजीबुर रहमान व मां की चरमपंथियों ने हत्या कर दी।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने कहा, “इसलिए मेरी सरकार की हर तरह के आतंकवाद, हिंसक चरमपंथ और कट्टरपंथ के प्रति ‘शून्य सहिष्णुता’ नीति बरकरार है।”
हसीना ने युद्ध अपराधियों को दंडित करने का अपना संकल्प भी दोहराया। उन्होंने कहा, “हम 1971 के मुक्ति संग्राम के दौरान मानवता के खिलाफ जाकर अपराधों, दुष्कर्म और जन-संहार को अंजाम देने वाले दोषियों को सजा दिलाने में जुटे हैं।”