कठुआ (जम्मू एवं कश्मीर), 14 अप्रैल (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि भारत ने पाकिस्तान में आतंकी शिविरों पर हवाई हमले कर पाकिस्तान की परमाणु शक्ति संपन्न होने की धमकी की हवा निकाल दी।
प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर मसले पर आए बयान के संदर्भ में कहा कि एक देश में दो प्रधानमंत्री नहीं हो सकते हैं।
भारतीय वायुसेना (आईएएफ) द्वारा बालाकोट में किए गए हवाई हमले का जिक्र करते हुए मोदी ने यहा एक चुनावी रैली में कहा, “पाकिस्तान और उसके समर्थक हमें काफी समय से अपनी परमाणु शक्ति की धमकी देते रहे हैं, लेकिन वायुसेना (आईएएफ) ने अपने हमले से उसकी धमकी की हवा निकाल दी।”
उन्होंने कहा कि वे दिन अब चले गए जब भारत को धमकियां दी जाती थीं। यह नया भारत है और और यह आतंकियों को सीमापार उनके ठिकानों में घुसकर मारेगा।
मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस और नेशनल कान्फ्रेंस के साथ-साथ पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी पर भी निशाना साधा।
कांग्रेस और उसके सहयोगियों पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि वे भारत की सुरक्षा की स्थिति का मुद्दा उठाने के लिए उनकी आलोचना करते हैं। मोदी ने कहा, “वे ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि उनको कभी देश के रक्षा बल पर पूरा भरोसा नहीं रहा।”
उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने हमेशा हमारी सेना को आतंकियों के खिलाफ जाने से रोका। इन्होंने रक्षा बलों का उपयोग सिर्फ आय पैदा करने के लिए किया, चाहे वह बोफोर्स हो या हेलीकॉप्टर सौदे। कांग्रेस और इसके सहयोगी देश की सुरक्षा पर राजनीति करते रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “कुछ लोग मोदी विरोधी विषवमन करने में इस ढंग से लगे हुए हैं कि वे देश की सुरक्षा की बात भूल गए हैं।”
मोदी ने नेशनल कान्फ्रेंस और पीडीपी पर अलगाववाद का समर्थन करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “उन्होंने भारत से अलग प्रधानमंत्री (जम्मू एवं कश्मीर के लिए) और देश से राज्य को अलग करने की धमकी दी है।”
उन्होंने कहा, “मैं अलगावादियों के इन समर्थकों से यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और बना रहेगा। जम्मू-कश्मीर के लोग अब्दुल्ला और मुफ्ती के गुलाम नहीं हैं जिनकी तीन पीढ़ियों ने इस प्रदेश में शासन किया है।”
उन्होंने कहा, “श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कठुआ में ही तिरंगा लहराया था और प्रेमनाथ डोगरा उनके साथ खड़े थे। एक देश के दो प्रधानमंत्री, दो झंडे और दो संविधान नहीं हो सकते हैं। श्याम प्रसाद मुखर्जी द्वारा दिया गया वचन हमारा दृढ़ संकल्प है।”
मोदी ने वापस सत्ता में आने पर पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों को नागरिकता का अधिकार और कश्मीरी पंडितों की कश्मीर की घाटी में वापसी का वादा किया।