नई दिल्ली, 11 फरवरी (आईएएनएस)। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मलेरिया को जड़ से खत्म करने के लिए गुरुवार को राष्ट्रीय मलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम जारी की।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि 2030 तक मलेरिया को चरणबद्ध तरीके से जड़ से खत्म करने के लिए तैयार किए गए इस कार्यक्रम में योजनाओं की रूपरेखा के बारे में बताया गया है।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य देश के न्यूनतम या मध्यम खतरे वाले राज्यों एवं केंद्र शासित क्षेत्रों से मलेरिया को 2022 तक जड़ से खत्म करना और 2024 तक देश के हर हिस्से में मलेरिया संक्रमण को प्रत्येक 1,000 व्यक्ति पर एक मामला के आंकड़े तक लाना है।
जिन क्षेत्रों से मलेरिया को जड़ से खत्म कर दिया गया हो उन क्षेत्रों में मलेरिया संक्रमण को दोबारा फैलने से रोकना और 2030 तक पूरे देश को मलेरिया मुक्त बनाना इस कार्यक्रम का अगला उद्देश्य होगा।
दक्षिण पूर्व एशिया में कुल मलेरिया रोगियों में अकेले भारत का हिस्सा 70 फीसदी है, जबकि मलेरिया के कारण भारत में मरने वाले लोगों की प्रतिशत क्षेत्र का 69 प्रतिशत है।
मौजूदा समय में मलेरिया संक्रमण के खतरे की सर्वाधिक जद में आने वाली 20 फीसदी आबादी से ही कुल मलेरिया रोगियों का 80 फीसदी हिस्सा होता है। हालांकि मलेरिया संक्रमण के सामान्य खतरे की जद में देश की 82 फीसदी आबादी आती है।