मोहाली, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट मैच में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हरा दिया है। इसके साथ ही भारत ने चार मैचों की सीरीज को 3-0 से जीत ली है। टीम इंडिया ने टेस्ट क्रिकेट इतिहास में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली बार सीरीज के लगातार तीन मैच जीते हैं।
मैच के आखिरी दिन ऑस्ट्रेलिया के दिए 133 रनों के लक्ष्य को भारत ने चार विकेट गंवाकर हासिल कर लिया। विराट कोहली ने सर्वाधिक 34 रन बनाए। ओपनिंग करने आए मुरली विजय 26, सचिन तेंदुलकर 21 और चेतेश्वर पुजारा ने 28 रनों की उपयोगी पारी खेली। एमएस धोनी 18 रन पर नाबाद लौटे।
इससे पहले मैच के पांचवे दिन दूसरी पारी में कल के 75 रनों से आगे खेलने उतरी ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम 223 रन बनाकर ढेर हो गई। फिलिप ह्यूजेस ने सर्वाधिक 69 रनों की पारी खेली। पहली पारी में टीम इंडिया को 91 रनों की बढ़त मिली थी, जिसके चलते उसे जीत के लिए 133 रनों का लक्ष्य मिला।
धवन, मुरली का हल्ला बोल
मोहाली टेस्ट में भारत के बल्लेबाज एक बार फिर हिट रहे। वीरेंद्र सहवाग की जगह टीम में ओपनर के तौर पर आए शिखर धवन ने डेब्यू मैच में ही अपनी उपयोगिता साबित कर दी। ऑस्ट्रेलिया के पहली पारी में बनाए 408 रनों के विशाल स्कोर को देखकर लगा कि भारत की विजय डगर मुश्किल होगी। लेकिन शिखर धवन ने डेब्यू मैच में महज 177 गेंदों में 187 रनों की पारी खेलकर सारा खेल बदल दिया। खास बात यह है कि धवन ने 85 गेंदों में डेब्यू टेस्ट मैच का सबसे तेज सैंकड़ा जड़ा। टीम इंडिया के दूसरे ओपनर मुरली विजय ने इस सीरीज में लगातार दूसरा शतक जमाया और भारत को पहली पारी में 499 रन के मजबूत स्कोर तक पहुंचा दिया। विजय ने 153 रनों की पारी खेली। दूसरी पारी में भी मुरली ने 26 रन बनाए।
गेंदबाजों ने भी दिल जीता
पिछले दोनों मैच की तरह मोहाली टेस्ट में भी ऑस्ट्रेलियाई भारतीय गेंदबाजों के सामने ज्यादातर मौकों पर बेबस दिखे। खास बात यह रही कि इस मैच में स्पिनरों के साथ तेज गेंदबाजों ने भी कमाल किया। मैच में ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा ने सर्वाधिक छह विकेट झटके। तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार और इशांत शर्मा ने 3-3 खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा। स्पिनर आर अश्विन और प्रज्ञान ओझा ने दोनों पारियों में मिलाकर 4-4 खिलाड़ियों को आउट किया।
फिर फ्लॉप रहे कंगारू
कंगारू बल्लेबाजों का फ्लॉप शो मोहाली में भी जारी रहा। पहली पारी में ईडी कोवान (86), डेविड वॉर्नर (71), स्टीवन स्मिथ (92) और मिशेल स्टॉर्क (99) ने अर्द्घशतकीय पारी खेली। लेकिन दूसरी पारी में फिलिप ह्यूजेस (69) ने एक मात्र अर्द्घशतक लगाया।
गेंदबाजी में पीटर सिडल ने थोड़ा प्रभाव छोड़ा लेकिन दूसरे छोर से उन्हें मदद नहीं मिली। तेज गेंदबाज सिडल ने पहली पारी में 5 और दूसरे में एक विकेट झटके।