नई दिल्ली, 12 फरवरी (आईएएनएस)। केन्द्रीय इस्पात और खान मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने दक्षिण अफ्रीका के प्राकृतिक संसाधन मंत्री रेमेटलोड़ी के साथ बातचीत की। बैठक लाभदायक रही और दोनों पक्षों ने अपने-अपने खनन नियमों को और अधिक न्यायसंगत और पारदर्शी बनाने के लिए किए गए परिवर्तनों के बारे में बातचीत की।
भारत के पहले खनन प्रतिनिधिमंडल का इनदाबा में स्वागत करते हुए दक्षिण अफ्रीका के मंत्री ने दोनों देशों के इतिहास और साझा धरोहर पर बल दिया। बातचीत के दौरान आपसी सहयोग को मजबूत बनाने के बारे में मुख्य रुप से चर्चा की गई। दोनों देश खनन क्षेत्र में सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन को दोबारा प्रचलित करने पर सहमत हो गए जिस पर 1997 में हस्ताक्षर किए गए थे।
रेमेटलोड़ी ने दक्षिण अफ्रीका में भारतीय व्यवसाय को हरसंभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच वर्तमान में 11 अरब अमेरिीकी डॉलर का व्यापार होता है और दक्षिण अफ्रीका में करीब 150 भारतीय कंपनियां काम कर रही हैं। भारत दक्षिण अफ्रीकी सोने और कोयले का सबसे बड़ा खरीदार है।
इसके बाद कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य के मंत्री के साथ बैठक में सहयोगपूर्ण प्रयासों पर चर्चा हुई। दोनों मंत्री दोनों देशों के बीच संरचित अनुबंध के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने पर सहमत हो गए। कांगो में तांबा और कोबाल्ट खनन के दो प्रमुख क्षेत्र हैं।
रियो टिंटो मिनरल एंड डायमंड्स के सीईओ ऐलन डेविस ने अपनी टीम के वरिष्ठ सदस्यों के साथ तोमर से भेंट की।
दक्षिण अफ्रीका के उत्तरी केप प्रांत की प्रीमियर सिल्विया लुकास ने तोमर से भेंट की और उन्हें माइनिंग इनबादा में एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने के लिए बधाई दी।