अशगाबात (तुर्कमेनिस्तान), 11 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि भारत और तुर्कमेनिस्तान के बीच संबंधों का मुख्य पहलू संपर्क है।
मोदी ने तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति गुरबांगुली बरदीमुहमदोव के साथ वार्ता के बाद कहा, “संपर्क दोनों देशों के लिए प्राथमिकता का क्षेत्र है। यदि हम ईरान के रास्ते से होकर जाएं तो मध्य एशिया पहुंचने के लिए अशगाबात पहली राजधानी होगी।”
मोदी ने व्यापार और पारगमन समझौते में भारत के शामिल होने के लिए तुर्कमेनिस्तान के प्रति आभार व्यक्त किया और अंतर्राष्ट्रीय उत्तर दक्षिण परिवहन गलियारे का सदस्य बनने के लिए तुर्कमेनिस्तान के नाम का प्रस्ताव रखा।
मोदी ने कहा, “कजाकिस्तान-तुर्कमेनिस्तान-ईरान रेल संपर्क और ईरान के चहबहार बंदरगाह में भारत के प्रस्तावित निवेश के साथ उठाए गए इन कदमों से दोनों देशों के बीच संपर्क को मजबूती मिलेगी।”
मोदी ने कहा कि भारत और तुर्कमेनिस्तान के साझा उद्देश्य आतंकवाद का सामना करना और आर्थिक संबंधों को बढ़ाने पर जोर देना है।
मोदी ने तुर्कमेनिस्तान के साथ सभ्यता के गहरे संबंधों का भी हवाला दिया।
उन्होंने कहा, “हमारे चिरस्थाई और गहन सभ्यता संबंधों से सभी परिचित हैं। मध्य एशिया के साथ भारत के गहन संबंधों में तुर्कमेनिस्तान महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आतंकवाद और हमारे क्षेत्रों में चरमपंथ से निपटने में हमारे साझा उद्देश्य हैं।”
आर्थिक संबंधों को बढ़ाने के बारे में मोदी ने कहा, “उद्योगों में भारत के निवेश को लेकर अच्छी खासी चर्चा हुई। मैंने अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारे में तुर्कमेनिस्तान को सदस्य बनाने का भी प्रस्ताव रखा।”
मोदी तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति बरदीमुहमदोव के भारत दौरे को लेकर भी उत्सुक हैं।