नई दिल्ली, 7 नवंबर (आईएएनएस)। चीन के उपराष्ट्रपति ली युआनचाओ से मुलाकात के दौरान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि भारत और चीन का संबंध क्षेत्रीय व वैश्विक तौर पर महत्वपूर्ण है।
राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, ली ने मुखर्जी से शुक्रवार को मुलाकात की और भारत तथा चीन के बीच संबंधों की समीक्षा की।
मुखर्जी ने कहा कि ली भारत का दौरा करने वाले चीन के पहले उपराष्ट्रपति हैं।
दोनों देशों ने उच्चस्तर पर राजनीतिक आदान-प्रदान में विस्तार किया है। दो उभरती अर्थव्यवस्थाओं के बीच के संबंध क्षेत्रीय व वैश्विक तौर पर महत्वपूर्ण है। भारत-चीन के बीच व्यापार अब 70.59 अरब डॉलर तक पहुंच गया है।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत ने ‘मेक इन इंडिया’ अभियान में हिस्सा लेनेवाली चीनी कंपनियों का स्वागत किया है।
ली ने राष्ट्रपति की भावनाओं को दोहराया और कहा कि दोनों देशों के बीच प्रगाढ़ संबंधों से न सिर्फ दोनों को फायदा होगा, बल्कि एशिया को आगे ले जाने में मदद मिलेगी। उन्होंने भारत के तीव्र विकास के लिए बधाई देते हुए कहा कि चीन सभी क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
राष्ट्रपति के साथ बैठक से पहले ली ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।
बयान के मुताबिक, बैठक के दौरान मोदी ने पिछले साल चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भारत दौरे और इस साल मई में अपनी चीन यात्रा का स्मरण किया।
मोदी ने कहा कि भारत और चीन के पास अपने आर्थिक और विकासात्मक साझेदारी में बढ़ोतरी की असीम क्षमता है और सहयोग के लिए उन्होंने रेलवे, स्मार्ट सिटी, बुनियादी सुविधाओं व शहरी परिवहन पर प्रकाश डाला।
मंगलवार को महाराष्ट्र के औरंगाबाद पहुंचे ली ने कोलकाता का भी दौरा किया, गुरुवार रात दिल्ली पहुंचने से पहले उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी से मुलाकात की।
ली शनिवार को चीन के लिए रवाना हो रहे हैं।