नई दिल्ली, 1 अप्रैल (आईएएनएस)। केंद्रीय सूचना और प्रसारण सचिव सुनील अरोड़ा ने शुक्रवार कहा कि उनका मंत्रालय देश को मीडिया और मनोरंजन उद्योग का केन्द्र बनाना चाहता है।
मुम्बई में आयोजित फिक्की फ्रेम्स 2016 में अरोड़ा ने कहा, “हमारे प्राथमिक उद्देश्यों में से एक शास्त्री भवन में आने वाले आगन्तुकों की संख्या को धीरे-धीरे कम करना है। देश को मीडिया और मनोरंजन उद्योग का केन्द्र बनाने के लिए कम नियमन की ओर बढ़ना है।”
सूचना और प्रसारण मंत्रालय के बयान के अनुसार, अरोड़ा स्टॉर इंडिया के सीईओ उदय शंकर और प्रसिद्ध फिल्म निर्माता रमेश सिप्पी के साथ चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले छह महीने में नए टीवी चैनलों को मंजूरी देने के काम में तेजी लाई गई है।
अरोड़ा ने कहा कि सरकार और मंत्रालय डिजिटीकरण कार्यक्रम के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है, लेकिन उन्होंने भारत में बने सेट टॉप बॉक्सों की 10 फीसदी से भी कम भागीदारी पर चिंता व्यक्त की।
उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि मेक इन इंडिया पहल के अंतर्गत इस अवसर का लाभ उठाया जाए और इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण योजना के तहत देश में ही अधिक सेट टॉप बॉक्सों का उत्पादन किया जाए।”
उन्होंने दर्शकों को बताया कि मुम्बई में एनीमेशन, गेमिंग और विजुअल इफेक्ट के लिए बेहतरीन राष्ट्रीय केन्द्र स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। महाराष्ट्र सरकार संस्थान के लिए गोरेगांव में फिल्म सिटी के पास 25 एकड़ भूमि प्रदान कर रही है।
सूचना और प्रसारण सचिव ने कहा कि सरकार ने देश की समृद्ध फिल्म और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और उसे बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय फिल्म विरासत मिशन के लिए 598 करोड़ रुपये की मंजूरी दे दी है।
उन्होंने कहा कि पेडर रोड पर फिल्म प्रभाग के परिसर में भारतीय सिनेमा का राष्ट्रीय संग्रहालय भी स्थापित किया जाएगा, जिसमें कई संवादात्मक प्रदर्शनियां होंगी। इसे राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद द्वारा तैयार किया जा रहा है।
अरोड़ा ने कहा कि फिल्म संबंधी मंजूरियों के लिए राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) में एक फिल्म सुविधा केन्द्र खोला गया है, जो एकल खिड़की सेवा के रूप में काम करेगा।
उन्होंने कहा कि जो राज्य फिल्मों के अधिक अनुकूल होंगे, उन्हें सम्मानित करने के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के हिस्से के रूप में एक पुरस्कार शुरू किया गया है। 2016 में गुजरात सबसे अधिक फिल्म अनुकूल राज्य घोषित किया गया, जिसके बाद उत्तर प्रदेश और केरल है।
चर्चा में भाग लेते हुए उदय शंकर ने समाचार चैनलों की व्यवहार्यता को लेकर चिंता व्यक्त की। उदय शंकर फिक्की मनोरंजन पैनल के अध्यक्ष भी हैं। रमेश सिप्पी ने देश में थिएटरों की कम संख्या पर चिंता व्यक्त की।
फिक्की फ्रेम्स, मीडिया और मनोरंजन उद्योग का वार्षिक सम्मेलन है, जिसमें बड़ी संख्या में नीति निर्धारक, निर्माता, वितरक, मीडिया और मनोरंजन जगत के जानकार शामिल होते हैं। 2016 का विषय है – “इअर ऑफ द डिजिटल : चेंज आर पेरिश।”