उन्होंने युवाओं से सुबह जल्दी उठकर एक घंटा योग व एक घंटा देश सेवा करने की बात पर जोर देते हुए कहा कि बाकी 22 घंटे दिनचर्या के अन्य कार्यो को करें, तभी हमारा देश नशा मुक्त हो सकता है।
राष्ट्रीय युवा योजना और जनचेतना मंच के तत्वावधान में नेहरू महाविद्यालय के प्रांगण में चल रहे नशा मुक्ति एकता शिविर में रविवार को गांधीवादी विचारक डॉ. एस.एन. सुब्बाराव व इंडोनेशिया से आए इन्द्रय उडयन शामिल हुए और संयुक्त रूप से शिविर का नेतृत्व किया।
लखनऊ से आए अजय पाण्डेय ने बताया कि डॉ. एस.एन. सुब्बाराव के सान्निध्य में ही 654 डाकुओं ने 1972 में आत्मसमर्पण किया था। ऐसे भाईजी आज बुंदेलखण्ड की धरती को नशामुक्त बनाने आए हुए हैं।
इंडोनेशिया से आए इन्द्रय उडयन ने कहा कि उन्होंने इंडोनेशिया में गांधीजी के आदर्शो और उनके विचारों से प्रभावित होकर गांधी आश्रम बनाया है, जिसे गांधीपुरी के नाम से जाना जाता है। उन्होंने कहा कि युवा शक्ति को पहचानते हुए अपने अन्दर की ताकत को जाग्रत करें।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।