इस्लामाबाद, 14 मार्च (आईएएनएस)। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गृह मंत्रालय ने शनिवार को मुंबई हमले की साजिश के मुख्य आरोपी जकीउर रहमान लखवी को एक बार फिर हिरासत में लेने के आदेश दिए हैं।
इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (आईएचसी) के न्यायाधीश नुरुल हक कुरैशी ने शुक्रवार को तीसरी बार हिरासत में लेने के आदेश के खिलाफ लखवी की याचिका को स्वीकार करते हुए तत्काल उसकी रिहाई के आदेश दिए थे।
हालांकि इससे पहले की लखवी को रिहा किया जाता पंजाब प्रांत के गृह मंत्रालय ने उसे शनिवार को एक महीने के लिए हिरासत में ले लिया।
पकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त रह चुके जी. पार्थसारथी ने फोन पर आईएएनएस से कहा, “लखवी मामले में पाकिस्तान नाटकबाजी कर रहा है, क्योंकि सच्चाई यह है कि पूरी सुनवाई की प्रक्रिया सिर्फ स्वांग भर है, न्यायाधीशों को लगातार बदला जा रहा है और लखवी जेल में भी किसी राजा की तरह रह रहा है।”
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने कहा, “मैं पाकिस्तान द्वारा लखवी को जेल में बंद रखने के लिए उठाए गए इस कदम की सराहना करता हूं। हम उन्हें पर्याप्त सबूत दे चुके हैं तथा दस्तावेजी साक्ष्य भी लखवी के खिलाफ हैं, अब यह पाकिस्तान पर है कि आतंकवाद उसके अपने लिए भी खतरनाक है।”
अल्वी ने आगे कहा, “हम पाकिस्तान से हमेशा अच्छे संबंध चाहते हैं, बशर्ते पाकिस्तान इससे सबक ले और भारत के प्रति सद्भाव से कदम आगे बढ़ाए तथा आतंकवाद के खिलाफ गंभीर कार्रवाई करे।”
इससे पहले पाकिस्तान सरकार की तरफ से उसे दोबारा हिरासत में लिए जाने के आदेश देने की खबर थी। इस्लामाबाद के उपायुक्त ने इसके बाद लखवी की रिहाई के आदेश दिए थे।
भारत ने इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के आदेश पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की थी और पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित को तलब कर विरोध दर्ज किया था।
इसी तरह पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भारतीय उच्चायुक्त को समझौता एक्सप्रेस मामले में फैसले को लेकर हो रही देरी पर विरोध जताने के लिए तलब किया था।
लखवी सहित छह अन्य संदिग्धों को फरवरी 2009 से हिरासत में लिया गया था। उस पर नवंबर 2008 में मुंबई हमले की साजिश का आरोप है, जिसमें 166 लोगों की जान चली गई थी, जबकि 600 से अधिक घायल हो गए थे।
इस बीच, अमेरिका ने कहा कि वह इस गतिविधि पर करीबी निगाह बनाए हुए हैं। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता जेन साकी ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिका को ऐसी उम्मीद है कि पाकिस्तान मुंबई हमले के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम रहेगा।
हालांकि, उन्होंने मौजूदा मामले पर किसी तरह के परिणाम का अनुमान लगाने से इंकार कर दिया।
उन्होंने कहा, “पाकिस्तान सरकार ने मुंबई हमले के साजिशकर्ताओं, धन देने वालों और इसको प्रायोजित करने वालों को न्याय के कटघरे में लाने का संकल्प लिया था और हम पाकिस्तान से अपील करते हैं कि वह अपनी प्रतिबद्धता पर कायम रहे।”