नई दिल्ली- भारत को आर्थिक मोर्चे पर एक के बाद एक झटके लग रहा है। देश की GDP वृद्धि दर सुस्त होकर 5.4 प्रतिशत पर आ चुकी है जो पिछले 21 महीनों के सबसे निचले स्तर पर है। रुपया लगातार कमजोर होता जा रहा है जिसका सीधा असर Forex यानि विदेशी मुद्रा भंडार पर पड़ा है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार 20 दिसंबर को खत्म हफ्ते में 8.48 अरब डॉलर घटकर 644.39 अरब डॉलर पर आ गया है.
इससे पहले के सफ्ताह में ये भंडार 2 बिलियन डॉलर गिरकर 652.8 बिलियन डॉलर हो गया था। शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 53 पैसे कमजोर होकर 85.79 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया, जो फरवरी 2023 के बाद से इसकी एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है।
इसके साथ ही देश के गोल्ड रिजर्व का मूल्य 2.33 अरब डॉलर घटकर 65.73 अरब डॉलर रह गया है। विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 11.2 करोड़ डॉलर घटकर 17.88 अरब डॉलर रहा है। रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक इस समीक्षाधीन अवधि में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष- इंटरनेशनल मॉनेट्री फंड (आईएमएफ) के पास भारत का आरक्षित भंडार भी 2.3 करोड़ डॉलर घटकर 4.22 अरब डॉलर पर आ गया है।