वाशिंगटन, 16 जनवरी (आईएएनएस)। भारत और अमेरिका के बीच आर्थिक मोर्चे पर जारी बातचीत के एजेंडे में बौद्धिक संपदा अधिकार और एक द्विपक्षीय निवेश संधि प्रमुख मुद्दे होंगे। यह जानकारी अमेरिकी विदेश विभाग के एक अधिकारी ने दी।
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता मैरी हर्फ ने गुरुवार को पत्रकारों से कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाइब्रेंट गुजरात आर्थिक सम्मेलन में भाग लेने के लिए विदेश मंत्री जॉन केरी भारत यात्रा पर गए थे। उनकी यह यात्रा बेहद अच्छी यात्रा रही। इस दौरान उन्होंने बौद्धिक संपदा और द्विपक्षीय निवेश संधि पर चर्चा की।
अन्य प्रश्नों के जवाब में अधिकारी ने कहा कि वे न्यूयॉर्क की एक अदालत द्वारा मोदी के खिलाफ दायर किए गए मुकदमे को खारिज करने के फैसले से खुश हैं। अदालत ने यह कहते हुए मुकदमा खारिज कर दिया था कि मोदी सत्ताधारी सरकार के प्रमुख हैं और इसलिए वह प्रतिरक्षा के हकदार हैं।
याचिकाकर्ता ने यह कहते हुए मुकदमा दर्ज काराया था कि मोदी 2002 के दंगों को रोकने में नाकाम रहे थे।
उन्होंने कहा, “हमने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ उस याचिका को देखा था जिसे संघीय जिला अदालत ने खारिज कर दिया। अदालत ने अपने फैसले में कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी भारत की मौजूदा सरकार के प्रमुख हैं और इसलिए उन्हें प्रतिरक्षा हासिल है। “
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।