नई दिल्ली, 29 अगस्त (आईएएनएस)। भारत की महिला हॉकी टीम ने ब्राजील के रियो डी जनेरियो में अगले साल होने वाले ओलम्पिक खेलों के लिए क्वालीफाई कर लिया है। भारतीय महिलाएं 36 साल के बाद ओलम्पिक में हिस्सा लेंगी।
हॉकी इंडिया (एचआई) ने शनिवार को इसकी पुष्टि की। एचआई के मुताबिक उसे भारत के क्वालीफाई करने की जानकारी शुक्रवार को देर रात अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) से प्राप्त हुई थी।
भारतीय टीम ने आंतिम बार 1980 के मास्को ओलम्पिक में हिस्सा लिया था और सम्मानजनक चौथा स्थान हासिल किया था। 36 साल के बाद यह पहला मौका होगा, जब भारत की महिला एवं पुरुष टीमें ओलम्पिक में हिस्सा लेंगी।
भारत को ओलम्पिक का टिकट यूरोहॉकी चैम्पियनशिप (लंदन) के सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों स्पेन की हार के बाद मिला। स्पेन की टीम अब ओलम्पिक की दौड़ से बाहर हो चुकी है। यूरो चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाली इंग्लैंड और नीदरलैंड्स टीमें पहले ही ओलम्पिक का टिकट हासिल कर चुकी हैं।
अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) ने शनिवार को एक वक्तव्य जारी कर कहा, “यूनीबेट यूरोहॉकी चैम्पियनशिप के समीफाइनल में स्पेन पर इंग्लैंड की जीत के साथ ही भारत ने रियो ओलम्पिक-2016 के लिए क्वालीफाई कर लिया। इसका मतलब है कि अब हॉकी वर्ल्ड लीग (एचडब्ल्यूएल) सेमीफाइनल्स के जरिए रियो ओलम्पिक में क्वालीफाई करने वाली दो अन्य टीमें नीदरलैंड्स और स्पेन होंगी।”
भारत ने बेल्जियम में आयोजित हॉकी वर्ल्ड लीग सेमीफाइनल में पांचवां स्थान हासिल करते हुए ओलम्पिक में पहुंचने की उम्मीदें बरकरार रखी थी। यूरो हॉकी चैम्पियनशिप से एक टीम को ओलम्पिक का टिकट मिलना था।
ऐसे में जबकि इंग्लैंड और नीदरलैंड्स पहले ही टिकट हासिल कर चुके हैं, यह स्थान ऐसी टीम को मिलना था, जिसने एचडब्ल्यूएल सेमीफाइनल में उच्च स्थान हासिल किया था लेकिन ओलम्पिक का टिकट नहीं हासिल कर सकी थी। इस तरह भारत को यह स्थान मिला।
भारत की पुरुष टीम इस साल का एशिया कप जीतने के साथ पहली ही ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई कर चुकी है। रियो ओलम्पिक का आयोजन अगस्त, 2016 में होना है।
रियो ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करने वाली भारत 10वीं टीम है। इससे पहले दक्षिण कोरिया, अर्जेटीना, ग्रेट ब्रिटेन, चीन, जर्मनी, नीदरलैंड्स, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और अमेरिका रियो ओलम्पिक में अपनी जगह पक्की कर चुके हैं।
रियो ओलम्पिक में शेष दो स्थानों पर क्वालीफाई करने वाली टीमों का फैसला इसी वर्ष नवंबर में होने वाली ओसीनिया कप और द अफ्रीका कप फॉर नेशंस के बाद ही हो पाएगा।