नई दिल्ली, 18 अक्टूबर – आस्ट्रेलिया के पूर्व टेस्ट कप्तान और 1987 में विश्व कप जीतने वाली टीम का नेतृत्व करने वाले एलन बॉर्डर का मानना है कि किसी और देश की बजाए भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी पद संभालना ज्यादा कठिन है। बॉर्डर के अनुसार इसकी मुख्य वजह भारत में क्रिकेट को लेकर छाई दीवानगी है। बॉर्डर यहां आयोजित समाचार चैनल आज तक के खास कार्यक्रम ‘सलाम क्रिकेट’ में बोल रहे थे। इस कार्यक्रम में सभी देशों के विश्व कप विजेता कप्तान मौजूद थे।
बॉर्डर ने कहा, “भारत में कप्तानी का बोझ उठाना कठिन है क्योंकि यहा लोगों की अपेक्षाएं ज्यादा हैं। क्रिकेट को लेकर यहां दीवानगी है और इतनी बड़ी जनसंख्या वाले देश के लोगों की उम्मीदों का बोझ उठाना वाकई मुश्किल है।”
अगले साल फरवरी-मार्च में होने वाले विश्व कप के बारे बॉर्डर ने कहा कि इस बार टूर्नामेंट को जीतने को लकर आस्ट्रेलियाई टीम पर ज्यादा दबाव है। उल्लेखनीय है कि अगले साल फरवरी और मार्च में विश्व कप आस्ट्रेलिया तथा न्यूजीलैंड में संयुक्त रूप से आयोजित होना है।
बॉर्डर ने कहा, “हमेशा से मेजबान टीम पर विश्व कप का ज्यादा दबाव होता है। ऐसे में इस बार आस्ट्रेलियाई टीम टूर्नामेंट पर कब्जा जमाने को लकर दबाव में होगी।”
इस कार्यक्रम में एलेन बॉर्डर के अलावा वेस्टइंडीज टीम के पूर्व कप्तान क्लाइव लॉयड, श्रीलंका के अर्जुन राणातुंगा और आस्ट्रेलिया स्टीव वॉ तथा रिकी पॉन्टिंग भी मौजूद थे। भारतीय टीम के 2011 के विश्व कप विजेता कप्तान महेंद्र सिंह धौनी हालांकि वेस्टइंडीज के साथ खत्म हुए श्रृखंला में व्यस्त रहने के कारण कार्यक्रम में नहीं आ सके। 1992 में विश्व कप जीतने वाली पाकिस्तानी टीम के सदस्य रहे आमिर सोहैल भी कायक्रम में मौजूद थे।
इसके अलावा पूर्व भारतीय कप्तान सौरभ गांगुली, अजय जडेजा, मोहम्मद अजहरुद्दीन और मुरली कार्तिक ने भी अपने विचार रखे।