कोलकाता, 17 अप्रैल (आईएएनएस)। भारतीय फुटबाल टीम के गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू का मानना है कि टीम के कोच को एक अच्छा मैन-मैनेजर भी होना चाहिए ताकि वह टीम को एकजुट कर अच्छे प्रदर्शन के लिए प्रेरित कर सके।
कोलकाता, 17 अप्रैल (आईएएनएस)। भारतीय फुटबाल टीम के गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू का मानना है कि टीम के कोच को एक अच्छा मैन-मैनेजर भी होना चाहिए ताकि वह टीम को एकजुट कर अच्छे प्रदर्शन के लिए प्रेरित कर सके।
गुरप्रीत ने यहां एक फुटबाल टूर्नामेंट कार्यक्रम से इतर आईएएनएस से कहा, “बतौर खिलाड़ी, मैं चाहता हूं कि भारतीय टीम का कोच कोई ऐसा व्यक्ति हो जो हमें बेहतर खिलाड़ी बनने में मदद कर सके और वह एक अच्छा मैन-मैनेजर भी हो। किसी भी टीम के मुख्य कोच के लिए मैन-मैनेजमेंट (जो खिलाड़ियों को अच्छे से संभाल सके) बहुत महत्वपूर्ण है।”
गुरप्रीत ने कहा, “हमारे पास सीनियर और जूनियर खिलाड़ी हैं और उन्हें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि हर कोई खुश हो। कोई ऐसा हो, जो हमारी ताकत और कमजोरियों को जानता हो और हमें बेहतर फुटबाल खेलने के लिए प्रेरित कर सके। हम पता है कि हम अच्छी फुटबाल खेल सकते हैं।”
मुख्य कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन ने भारत के एशियाई कप से बाहर होने के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) को भारतीय टीम के मुख्य कोच पद के लिए करीब 250 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें फ्रांस के पूर्व कोच रेमंड डॉमेनेक और इंग्लैंड के पूर्व मैनेजर स्वेन-गोरान एरिकसन जैसे नाम भी शामिल हैं।
कांस्टेनटाइन के मार्गदर्शन में भारत ने न केवल एशिया कप में हिस्सा लिया बल्कि पिछले साल फीफा की विश्व रैंकिंग में भारत को शीर्ष-100 में भी पहुंचा।
गुरप्रीत ने कहा कि कांस्टेनटाइन ने टीम के साथ अच्छा काम किया और अब टीम को किसी ऐसे व्यक्ति की जरूरत है जो उनके कामों को आगे बढ़ा सके।
उन्होंने कहा, “उन्होंने हमें एशियाई कप में पहुंचाकर अच्छा काम किया। अब हमें किसी ऐसे व्यक्ति की जरूरत है जो हमें बेहतर फुटबाल खेलने के लिए प्रेरित कर सके।”
भारत सितंबर में विश्व कप-2022 क्वालिफायर से पहले जून में किंग्स कप में भाग लेगा। गुरप्रीत ने कहा कि उनका मकसद प्रदर्शन में निरंतरता कायम रखना है क्योंकि यह सबसे मुश्किल काम है।
उन्होंने कहा, “प्रदर्शन में निरंतरता बनाए रखना सबसे मुश्किल काम है। मैं अपने क्लब और राष्ट्रीय टीम, दोनों के लिए अपने प्रदर्शन में निरंतरता बनाए रखना चाहता हूं।”