वाशिंगटन, 15 जुलाई (आईएएनएस)| भारतीय कंपनियों ने अमेरिका में 15 अरब डॉलर से अधिक निवेश किए हैं और करीब 91 हजार अमेरिकियों को नौकरियां दी हैं। यह बात भारतीय उद्योग परिसंघ और ग्रांट थॉर्नटन द्वारा जारी एक नई रिपोर्ट में कही गई है।
कैपिटल हिल में यहां मंगलवार को जारी रिपोर्ट ‘इंडियन रूट्स, अमेरिकन सॉयल’ के मुताबिक इन कंपनियों ने सबसे अधिक नौकरी न्यूजर्सी, कैलीफोर्निया, टेक्सास, इलिनोइस और न्यूयार्क में दी है।
साथ ही इन कंपनियों ने सर्वाधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) टेक्सास, पेनसिल्वेनिया, मिनसोटा, न्यूयार्क और न्यूजर्सी में की है।
इस अवसर पर आयोजन में अमेरिकी कांग्रेस के कई सदस्य और परिसंघ की सदस्य कंपनियों के कई प्रतिनिधि मौजूद थे।
अमेरिका में भारतीय राजदूत अरुण के सिंह ने कहा, “आज भारत की कंपनियां सिर्फ निवेश और रोजगार सृजन ही नहीं कर रही हैं, बल्कि वे स्थानीय समुदायों के विकास और उनकी समृद्धि में महत्वपूर्ण हितधारक बन रही हैं।”
सीनेट इंडिया कॉकस के डेमोक्रैट को-चेयर सीनेटर मार्क वार्नर ने कहा, “भारत अमेरिका में एफडीआई का चौथा सबसे बड़ा स्रोत हो गया है। देश में भारतीय कंपनियों के निवेश के सकारात्मक प्रभाव को मान्यता देना काफी जरूरी है।”
मुख्य बिंदु :
– करीब 100 भारतीय कंपनियों ने अमेरिका के 35 प्रांतों और वाशिंगटन डीसी में 91 हजार से अधिक को नौकरी दी है।
– इन 100 कंपनियों ने कुल 15.3 अरब डॉलर से अधिक निवेश किया है।
– भारतीय कंपनियों ने जिन पांच प्रांतों में सर्वाधिक नौकरी पैदा की है, उनमें शामिल हैं : न्यूजर्सी (9,278 नौकरी), कैलीफोर्निया (8,937 नौकरी), टेक्सास (6,230 नौकरी), इलिनोइस (4,779 नौकरी) और न्यूयार्क (4,134 नौकरी)।
– सर्वाधिक निवेश जिन पांच प्रांतों में हुआ, उनमें शामिल हैं : टेक्सास (3.84 अरब डॉलर), पेनसिल्वेनिया (3.56 अरब डॉलर), मिनसोटा (1.8 अरब डॉलर), न्यूयार्क (1.01 अरब डॉलर) और न्यूजर्सी (एक अरब डॉलर)।
– भारतीय कंपनियों ने हर प्रांत में औसत 44.3 करोड़ डॉलर निवेश किया है।
– इन कंपनियों में से 84.5 फीसदी अमेरिका में और निवेश करना चाहती हैं।
– 90 फीसदी कंपनियां अगले पांच साल में और अधिक स्थानीय लोगों को नौकरियां देना चाहती हैं।