न्यूयॉर्क- न्यूयॉर्क स्थित 50 साल की लंबी विरासत वाले प्रतिष्ठित भारतीय-अमेरिकी साप्ताहिक समाचार पत्र इंडिया अब्रॉड ने अपने प्रिंट संस्करण को बंद करने की घोषणा की है। अमेरिकन बाजार ने शनिवार को एक रिपोर्ट में कहा कि 1970 में भारतीय-अमेरिकी प्रकाशक गोपाल राजू द्वारा स्थापित उत्तरी अमेरिका के सबसे पुराने भारतीय समाचार पत्र ने लोकप्रियता की ऊंचाइयों को छुआ। इसने अमेरिका में भारतीय प्रवासियों के बीच अच्छी पैठ बनाई।
2001 में, राजू ने प्रकाशन को ‘रेडिफडॉटकॉम’ को बेच दिया। 2016 के अंत में, ‘रेडिफडॉटकॉम’ इसे 8केमाइल्स मीडिया को बेच दिया।
आखिरकार शुक्रवार को, वर्तमान अध्यक्ष और प्रकाशक, सुरेश वेंकटचारी ने प्रिंट संस्करण को बंद करने के निर्णय की घोषणा की।
द अमेरिकन बाजार ने वेंकटचारी के हवाले से कहा, “उन हजारों पाठकों के लिए जिनके लिए इंडिया अब्रॉड उनकी भारतीय अमेरिकी यात्रा का एक अभिन्न हिस्सा रहा है, उनके लिए प्रकाशन बंद किया जाना दिल दुखाने वाला हो सकता है।”
प्रकाशन बंद होने के बारे में पता चलने पर कई भारतीय मूल के अमेरिकी भावुक हो गए।
न्यूयॉर्क में रहने वालीं पत्रकार और लेखक एस. मित्रा कलिता ने ट्वीट किया, “दुखद खबर : इंडिया अब्रॉड बंद हो रहा है। इसने दक्षिण एशिया को तब कवर किया जब किसी और ने नहीं किया और वास्तविक समुदाय बनाया।”
लॉस एंजेलिस में रहने वाली साउथ एशियन नेटवर्क की निदेशक शिखा भटनागर ने ट्वीट कर कहा कि उन्हें यह सुनकर दुख हुआ कि इसका (इंडिया अब्रॉड) का प्रकाशन बंद हो रहा है। हममें से कई की जिंदगी (मेरी भी , 25 साल पहले) इसके संस्थापक श्रीमान राजू द्वारा बदल दी गई। समाचारपत्र भारतीय अमेरिकी कहानी और परि²श्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। यह वास्तव में, एक युग का अंत है।