श्रीनगर- जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ किसी भी समझौते की संभावना से सोमवार को इंकार किया। उन्होंने कहा कि वह इस तरह की किसी बात की कल्पना भी नहीं कर सकते। मुख्यमंत्री के रूप में अपने अंतिम संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “भाजपा के साथ किसी समझौते के बारे में मैं सोच भी नहीं सकता, क्योंकि वे अभी तक बाबरी मस्जिद ढहाने तथा एक समान नागरिक संहिता से खुद को अलग नहीं कर पाए हैं। मैं नहीं चाहता ऐसी स्थिति उत्पन्न हो।”
उन्होंने कहा, “जहां तक मैं जानता हूं, नेशनल कांफ्रेस (नेकां) तथा किसी अन्य पार्टी के बीच कोई बातचीत नहीं हुई है। एग्जिट पोल में विभिन्नताएं हैं। इसीलिए कल तक के लिए इंतजार करें।”
एग्जिट पोल ने राज्य में त्रिशंकु विधानसभा की ओर इशारा किया है।
छह वर्षो के दौरान, अपनी सरकार के प्रदर्शन को एक से लेकर 10 अंक देने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “मैं अपनी सरकार के प्रदर्शन को 6.5-7 अंक देने के प्रति आश्वस्त हूं।”
उमर ने कहा, “मेरे शासनकाल की सबसे बड़ी उपलब्धि आतंकवाद में कमी रही है।”
उन्होंने कहा, “श्रीनगर के लोगों ने मतदान केंद्र न आने की अनिच्छा से खुद को मुक्त कर लिया है, जो लोकतंत्र को मजबूत करेगा।”
वर्ष 2008 में हुए चुनावों के बाद कांग्रेस को गठबंधन साथी के रूप में चुनने को लेकर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “वर्ष 2008 में हमारे पास कोई और विकल्प नहीं था। मुझे इसका अफसोस नहीं है।”
विधानसभा चुनाव के बारे में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की टिप्पणी कि जम्मू एवं कश्मीर में चुनाव पाकिस्तान के लिए चिंता का कारण है, उमर ने कहा, “यह चुनाव जनमत संग्रह के लिए नहीं, बल्कि बेहतर सरकार के लिए था।”