हमीरपुर, 5 नवंबर (आईएएनएस)। हिमालच प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा के मुख्यमंत्री उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल ने कहा है कि सत्ता में आने पर वह बदले की राजनीति नहीं करेंगे। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था कायम करना और अपराधी गिरोहों का उन्मूलन उनकी प्राथमिकता होगी।
हमीरपुर स्थित अपने आवास पर आईएएनएस के साथ एक साक्षात्कार में धूमल ने कहा,”कोई प्रतिशोध नहीं होगा। हम अपना वक्त प्रदेश के विकास में लगाएंगे। हम दोबारा लोकतंत्र बहाल करने और मूल्यों को स्थापित करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे, जिसके लिए सरकार चुनी जाती है। कानून-व्यवस्था कायम की जाएगी, ताकि ड्रग माफिया, खनन माफिया और अन्य सभी अपराधी गिरोहों को काबू किया जा सके।”
प्रदेश में नौ नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत को लेकर आश्वस्त धूमल ने कहा कि वह लोगों में उनकी सुरक्षा, संरक्षा और आत्म-सम्मान की भावना को दोबारा लौटाएंगे। उन्होंने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया और कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने लोगों को सुरक्षा प्रदान करने की अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई। पिछले पांच साल के कांग्रेस शासन में असामाजिक तत्वों का वर्चस्व बना रहा।
धूमल ने कांग्रेस सरकार पर प्रदेश में माफिया राज कायम करने का आरोप लगाया और कहा कि वीरभद्र सिंह ने देव भूमि को अपराध की भूमि बना दिया।
उन्होंने कहा, “प्रदेश के लोग ऐसा महसूस करते हैं कि उनके ऊपर माफिया लोग शासन करते हैं, वन-माफिया पेड़ों की कटाई कर रहे हैं। अगर अधिकारी उन्हें रोकने की कोशिश करते हैं तो उनकी पिटाई की जाती है। यहां तक कि अधिकारियों की हत्या भी कर दी जाती है। इसी तरह खनन माफिया यहां के निवासियों को महरूम बनाकर यहां से खनिज पदार्थ ढोकर अन्य राज्यों में ले जा रहे हैं।”
उन्होंने बताया कि शराब माफिया और निविदा माफिया हिमाचल प्रदेश के प्राकृतिक संसाधानों को नष्ट कर रहे हैं।
धूमल ने बताया कि प्रदेश सरकार ने पेय निगमों का गठन किया था, जिनमें 29 निगमों में से 27 निगम घाटे में चल रहे थे। अचानक, पिछले साल सरकार ने हिमाचल प्रदेश पेय निगम का गठन किया, जिसका मकसद कुछ लोगों को लाभ पहुंचाना था।
उन्होंने इस संबंध में विस्तार से बताया कि सरकार ने प्रदेश में शराब की आपूर्ति शुरू की। लेकिन इसके लिए कोई आधारभूत संरचना तैयार नहीं किया गया। लिहाजा, इससे कई नए शराब माफिया पैदा हो गए।
इसके साथ उन्होंने तबादला और नियुक्ति को लेकर भी सरकार पर हमला बोला और कहा कि प्रदेश में सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों के तबादले व नियुक्ति का उद्योग चल रहा है। इसके अलावा निविदाएं भी सरकार के लोगों के कृपापात्रों को ही मिलती हैं।
धूमल ने आरोप लगाया कि वन सुरक्षा प्रहरी होशियार सिंह की हत्या इसलिए कर दी गई क्योंकि उसने कुछ लोगों को गैर कानूनी ढंग से लकड़ी काटकर ले जाते देख लिया था और उसने इसकी रिकॉर्डिग अपने मोबाइल पर कर ली थी। लेकिन सरकार ने इस हत्या को खुदकुशी करार दे दिया।
उन्होंने कहा कि ऐसे कई मामले हैं। लेकिन हिमाचल के इतिहास में पहली बार उच्च न्यायालय ने गुड़िया के बलात्कार और हत्या के मामले में हस्तक्षेप किया। उसके बाद होशियार सिंह के मामले में भी उच्च न्यायालय ने हस्तक्षेप किया है। न्यायालय ने दोनों ही मामलों मे सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि ये घटनाएं सरकार के चरित्र को दर्शाती हैं।
धूमल ने कहा कि सरकार में आने पर उनका पहला काम देवभूमि का गौरव लौटाना होगा। उन्होंने कहा कि वह होशियार सिंह के नाम पर ड्रग निरोध दस्ते का गठन करेंगे, जिसका संचालन चौबीस घंटे मुख्यमंत्री कार्यालय से होगा।
उन्होंने परमवीर चक्र विजेता मेजर सोमनाथ शर्मा के नाम पर पूर्व सैनिकों का एक दस्ता बनाने की बात कही, जिसका काम असामाजिक तत्वों पर नजर रखना और पुलिस की मदद करना होगा।
धूमल ने बताया कि अभी प्रदेश सरकार पर 50,000 करोड़ रुपये का कर्ज है। वह राज्य के इस कर्ज को उतारकर इसे आत्मनिर्भर बनाएंगे।
यह पूछे जाने पर कि भाजपा ने अपनी चुनावी रणनीति में बदलाव कर उन्हें मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बनाया? धूमल का कहना था कि छोटे राज्यों में लोग अपने नेता का चेहरा जानना चाहते हैं, ताकि बाद में भी वे उनसे बात कर सकें। हर कोई मुख्यमंत्री से सीधा संपर्क करना चाहता है और हिमाचल प्रदेश में मुझे उम्मीदवार बनाकर भाजपा हमेशा चुनाव लड़ती है।