इस बारे में संघ के राष्ट्रीय सचिव चौ. लौटन राम निषाद ने आईपीएन को बताया कि विधानसभा चुनाव 2017 में निषादों की राजनीतिक भागीदारी व सामाजिक न्याय ही महत्वपूर्ण मुद्दा होगा।
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में 17 अतिपिछड़ी जातियों में शामिल-13 निषाद जातियों व अनुसूचित जाति में शामिल 7 निषाद जातियों की अहम भूमिका रहेगी।