(खुसुर-फुसुर )- मप्र के मुख्यमंत्री ने कल जहाँ महिला सशक्तिकरण को लेकर बोल रहे थे ,महिलाओं के लिए उन्होंने पुलिस में 33 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा की वहीँ इस कार्यक्रम में उपस्थित महिला पुलिस बल उनके भोजन के पैकेट न आने के कारण भीषण गर्मी में भूखा बैठा रहा.जब सभी आमंत्रित राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भोजन कर चुके तब वहां उपस्थित कुछ पत्रकारों का ध्यान इस तरफ गया लेकिन भोजन-कक्ष के द्वार पर बैठी महिला ने इन लाडलियों को वापस भेज दिया.यह देख जब पत्रकारों ने वरिष्ठ सदस्यों से बात की उसके उपरान्त उन्हें ससम्मान भोजन कक्ष में ले जाया गया और भोजन करवाया गया.
जब इन्हें रोकने वाली महिला से पुछा गया की उन्होंने ऐसा क्यों किया तो उसने सीधे कहा मनोरंजन मिश्रा भाई साब का आदेश है इसलिए,जब हमने मनोरंजन मिश्रा जी से बात की तब उन्होंने अजीब तर्क दिया जो सत्ता का नशा कैसे बोलता है यह दृष्टिगोचर कर गया.उन्होंने कहा की पहले कार्यसमिति के लोग भोजन कर लें उसके बाद बाकी कार्यकर्ता. वाहन -चालकों एवं आरक्षकों के लिए व्यवस्था नहीं है,उनके पैकेट आते हैं.जब उन्हें बताया गया की उनके पैकेट नहीं आये औए दोपहर के तीन बज रहे हैं ये सुबह से अपने स्थान पर हैं इस भीषण गर्मी में आकिर आपकी सुरक्षा ये जवान भूखे कैसे करेंगे तब वे वहां से चले गए.
दरअसल ऐसे आयोजनों में सभी अपना संपर्क बढाने में व्यस्त रहते हैं.सत्ता का मद ऊपर से उन्हें जन सामान्य की परेशानी दिखना ही बंद हो जाती है जबकि मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में घमंड तो त्यागने का ज्ञान दिया था.हम तो यही प्रार्थना करेंगे की सबको सन्मति दे भगवान्.