नई दिल्ली, 26 अप्रैल (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को अपने सांसदों से कहा कि वे इशरत जहां मुठभेड़ मामले में कांग्रेस के लगाए आरोपों पर आक्रामक रुख अपनाएं।
भाजपा की संसदीय दल की बैठक में इस मामले पर चर्चा हुई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भाग लिया।
संसदीय मामलों के मंत्री, मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, “वित्तमंत्री अरुण जेटली ने सांसदों से कहा कि पुरी दुनिया जानती है कि इशरत जहां आतंकवादी थी। लेकिन कांग्रेस और तत्कालीन गृहमंत्री पी. चिदंबरम उसकी मदद करने की कोशिश कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “उस समय की सत्ताधारी पार्टी ने तब गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य के गृहमंत्री अमित शाह को राजनीतिक रूप से खत्म करने के लिए यह अभियान चलाया।”
इस बैठक में अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे पर भी चर्चा हुई। नकवी ने कहा, “इस नए खुलासे ने कांग्रेस को बेनकाब कर दिया है और यह साबित किया है कि वे घोटालेबाज हैं।”
भाजपा ने अपने सांसदों को व्हिप जारी कर इस सप्ताह दोनों ही सदनों में उपस्थित रहने को कहा है।
सूत्रों ने बताया कि शहरी विकास मंत्री और संसदीय कार्य मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने बैठक में सांसदों से कहा, “विपक्ष को विभिन्न मुद्दों पर जबाव देने के लिए लोकसभा और राज्यसभा में सभी सांसदों का उपस्थित रहना अनिवार्य है। खासतौर से उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन संबंधी मुद्दे के दौरान।”
सूत्रों ने कहा कि नायडू ने पार्टी सांसदों से विभिन्न संसदीय समितियों के सदस्यों के चुनाव के दौरान उपस्थित रहने को कहा है।
इशरत जहां मामले में 15 जून, 2004 को गुजरात में चार कथित आतंकवादियों को पुलिस ने मार गिराया था, जिसमें सीबीआई ने आरोप लगाया है कि यह एक फर्जी मुठभेड़ था।
बाद में इस मामले से जुड़े कई अधिकारियों, जिनमें तत्कालीन गृह मंत्रालय और खुफिया इकाई के अधिकारी शामिल हैं, ने कांग्रेसनीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की सरकार पर राजनीतिक फायदे के लिए अदालत में दाखिल आरोप पत्र को बदलने का आरोप लगाया है।
अगस्त वेस्टलैंड मामला 2010 के वीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे से जुड़ा है, जिसमें कथित रूप से भ्रष्टाचार हुआ था।