बेंगलुरू, 5 अप्रैल (आईएएनएस)। बेंगलुरू में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तीन दिनों तक चली रणनीतिक बैठक में कांग्रेस मुक्त भारत बनाने के अलावा पार्टी ने एक और महत्वाकांक्षी कार्यक्रम शुरू करने का निर्णय लिया है। इसके तहत पार्टी अपने तकरीबन 10 करोड़ सदस्यों को प्रौद्योगिकी में प्रशिक्षित करेगी और ये कार्यकर्ता पूरे देश में मोदी सरकार की नीतियों और उसके कार्यक्रमों का प्रचार करेंगे।
बेंगलुरू, 5 अप्रैल (आईएएनएस)। बेंगलुरू में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तीन दिनों तक चली रणनीतिक बैठक में कांग्रेस मुक्त भारत बनाने के अलावा पार्टी ने एक और महत्वाकांक्षी कार्यक्रम शुरू करने का निर्णय लिया है। इसके तहत पार्टी अपने तकरीबन 10 करोड़ सदस्यों को प्रौद्योगिकी में प्रशिक्षित करेगी और ये कार्यकर्ता पूरे देश में मोदी सरकार की नीतियों और उसके कार्यक्रमों का प्रचार करेंगे।
पार्टी ने अभी तक 9.27 करोड़ सदस्य बना लिए हैं, और यह संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। भाजपा को उम्मीद है कि वह 30 अप्रैल तक 10 करोड़ से अधिक सदस्य बना लेगी। 30 अप्रैल को सदस्यता अभियान समाप्त हो जाएगा।
भाजपा, चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से आगे निकलकर अब दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बन गई है। लेकिन भाजपा के लिए यह काफी नहीं है। जैसे ही सदस्यता अभियान समाप्त होगा, भाजपा उन सभी सदस्यों से संपर्क अभियान शुरू करेगी जिन्होंने फोन द्वारा अथवा ऑनलाइन खुद को पार्टी के सदस्य के रूप में पंजीकृत किया है।
पार्टी प्रवक्ता जी.वी.एल. नरसिम्हा राव ने आईएएनएस से कहा, “संपर्क कार्यक्रम दूसरा चरण है। इसमें हमारे स्थानीय कार्यकर्ता पंजीकृत सदस्यों से मिलेंगे और उन्हें पार्टी की विचारधारा से अवगत कराएंगे।”
राव ने कहा, “यह बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं तक पहुंचने का एक रास्ता है। इसका विचार प्रधानमंत्री ने दिया था और इसका उद्देश्य आम आदमी को राजनीति से जोड़ना है।”
उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने एक धारणा बना दी है कि राजनीति गंदी है और आम आदमी को इससे दूर रहना चाहिए। हम इस धारणा को बदलने का प्रयास कर रहे हैं और राष्ट्र निर्माण में सरकार के साथ-साथ आम आदमी को भी शामिल कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि नए सदस्यों को पार्टी के इतिहास और उसकी विचारधारा से विधिवत रूप से अवगत कराया जाएगा।
इसके लिए सक्रिय सदस्यों और उन सदस्यों को कार्यशालाएं आयोजित कर प्रशिक्षण दिया जाएगा जिन्होंने अपने साथ 100 सदस्यों को पंजीकृत किया है।
प्रशिक्षित सदस्यों को इसके बाद अलग-अलग काम सौंपे जाएंगे। इन्हें पार्टी अध्यक्ष अमित शाह द्वारा शुरू किए गए सामाजिक अभियानों में भी शामिल किया जाएगा।
भाजपा पहले से ही चार अभियान चला रही है, जैसे, मैला ढोने की प्रथा समाप्त करना, लड़कियों के लिए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ आंदोलन, स्वच्छ भारत अभियान और गंगा नदी की सफाई के लिए नमामि गंगे नामक अभियान चला रही है।
पार्टी इन सदस्यों का इस्तेमाल भूमि अधिग्रहण पर सरकार की गलत छवि को दुरुस्त करने के लिए भी करेगी।
पार्टी के एक अन्य नेता ने आईएएनएस से कहा, “हमारी पार्टी के कार्यकर्ता इन नए सदस्यों को बताएंगे कि नया भूमि अधिग्रहण विधेयक किसान विरोधी नहीं है।”
नाम जाहिर न करने की शर्त पर उन्होंने बताया, “कांग्रेस मुक्त भारत बनाने में यह पार्टी का सबसे मजबूत कदम होगा। अब आम आदमी केवल एक मतदाता नहीं बल्कि एक ऐसा सदस्य होगा जो कि हमारी विचारधारा का है। इससे पार्टी की जड़ें और मजबूत होंगी।”
यद्यपि पार्टी के सदस्यता अभियान के तौर-तरीकों पर सवाल उठ रहे हैं, लेकिन नेताओं का कहना है कि सदस्यता प्रक्रिया में छानबीन की व्यवस्थाएं की गई हैं।
पार्टी प्रवक्ता एम.जे. अकबर ने आईएएनएस से कहा, “सदस्यता अभियान की प्रक्रिया में जांच-पड़ताल की व्यवस्था है। लोग इसे महसूस नहीं करते हैं।”
पार्टी के एक पदाधिकारी ने कहा, “हमें 15 करोड़ आवेदन मिले थे, जिसमें से नौ करोड़ से कुछ अधिक लोगों को ही सदस्य बनाया गया।”