नई दिल्ली, 16 फरवरी (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी (आप) ने गुरुवार को भाजपा के संबंध कथित तौर पर आईएसआई के साथ होने की जांच सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में कराने की मांग की। बीते सप्ताह भोपाल में आईएसआई के 11 एजेंटों की गिरफ्तारी की गई थी, जिनमें कई भाजपा के पदाधिकारी हैं।
मध्यप्रदेश सरकार के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने भोपाल में एक जासूसी मामले का भंडाफोड़ कर 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन पर पाकिस्तान की इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के लिए काम करने का आरोप है। इनमें से एक की तस्वीर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के साथ है।
इन एजेंटों में कोई, भाजपा का पार्षद है तो कोई भाजपा युवा मोर्चा का समन्वयक है। इनकी तस्वीरें मीडिया में आ चुकी हैं।
आप के प्रवक्ता आशुतोष ने मीडिया से कहा कि गिरफ्तार किए गए कुछ लोग भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता हैं।
उन्होंने कहा, “गिरफ्तार लोगों में से एक ध्रुव सक्सेना भाजपा के मीडिया सेल का प्रभारी रहा है और उसकी कई तस्वीरें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय के साथ हैं।”
उन्होंने आरोप लगाया कि गिरफ्तार 11 लोगों में से कई अन्य बलराम सिंह, मनीष गांधी और मोहित अग्रवाल भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता रहे हैं।
आशुतोष ने कहा, “उन्होंने पठानकोट (पंजाब) और उड़ी (जम्मू एवं कश्मीर) से जुड़ी रणनीतिक जानकारियां लीक की, जिस कारण ये क्रूर आतंकवादी हमले हुए।”
उन्होंने कहा, “इसका क्या मतलब है ? क्या भाजपा आईएसआई के नियंत्रण में है या यह खुद आईएसआई बन रही है?”
आप नेता ने इस मुद्दे पर सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में स्वतंत्र जांच की मांग की।
उन्होंने भाजपा और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) से पार्टी पर आईएसआई के प्रभाव के बारे में स्पष्टीकरण देने की भी मांग की।
उधर, मध्यप्रदेश में विपक्षी कांग्रेस इस मुद्दे को उजागर करने के लिए कई आरोपियों की तस्वीरें और वेबसाइटों की तस्वीरें जारी कर भाजपा को मुश्किल में डाल दिया है। सबूत ऐसे हैं कि पार्टी को नकारे नहीं बनती।
मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अरुण यादव ने कहा है कि आरएसएस और भाजपा के पूर्वज अंग्रेजों की मुखबिरी कर देश से गद्दारी करते रहे हैं, भाजपा के कार्यकर्ता और पदाधिकारी उसी परंपरा को निभा रहे हैं।