भुवनेश्वर, 6 सितम्बर (आईएएनएस)। ओडिशा पुलिस ने ऑनलाइन गेम ब्लू व्हेल चैलेंज से निपटने के लिए बुधवार को पुलिस, माता-पिता और शिक्षकों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इस खेल ने पूरे देश में कई लोगों की जान ले लिया है।
इस परामर्श में परिजनों से कहा गया है कि वे बच्चों के खाने और सोने संबंधी आदतों, सामाजिक बातचीत में अचानक गिरावट, फोन पर ज्यादा से ज्यादा समय बिताने और घर से भागने के बारे में अधिक बात करने संबंधी बातों पर नजर रखे, और इस तरह के संकेत मिलने पर तुंरत खबर करें।
परिजनों को सलाह दी गई है कि बच्चों के हाथों और जांघों पर कटे के निशान पाए जाने पर उन्हें किसी डॉक्टर के पास ले जाने के बजाए किसी मनोचिकित्सक से परार्मश लें।
इसी तरह, शिक्षकों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे विद्यार्थियों के गिरते ग्रेड्स और सामाजिक व्यवहार में गिरावट पर नजर रखें।
ओडिशा के पुलिस महानिदेशक आर.पी. शर्मा ने कटक में पुलिस मुख्यालय में खेल के ऊपर एक पुनरीक्षण बैठक की, जिसमें दिशानिर्देश जारी किए गए। इसमें यह भी बताया गया है कि इस ऑनलाइन गेम से किशोरों का ध्यान कैसे हटाया जाए।
उन्होंने अपने कर्मचार्रियों से इस घातक खेल की गिरफ्त में आ चुके युवाओं का पता लगाने के लिए माता-पिता, शिक्षक और सहकर्मी समूहों को दिशा निर्देशों का प्रसार करने के लिए कहा।
शर्मा ने कहा कि जिले की पुलिस से कहा गया है कि वे पुलिस थाना प्रभारियों से स्कूलों और कॉलेजों में बैठकें आयोजित करने के लिए कहें।
पुलिस थानों के प्रभारी निरीक्षकों और अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे स्कूलों और कॉलेजों के प्रधानाचार्यो या प्रमुखों के साथ बैठक बुलाकर उन्हें गेम से जुड़े खतरों से अवगत कराएं।
उन्हें साइबर कैफे और उनमें लगे कंप्यूटरों पर विभिन्न ऑनलाइन गेम्स से संबंधित किसी भी लिंक या वेबसाइट की उपलब्धता की लगातार जांच करने के निर्देश दिए गए हैं और साथ ही ब्लू व्हेल चैलेंज, ए क्विट हाउस, ए साइलेंट हाउस, ए साइड ऑफ व्हेल, वॉक मी अप एट 4: 20 ए.एम., जैसे लिंक पाए जाने पर उन्हें निकालने और सिस्टम को प्रारूपित करने के लिए तत्काल कदम उठाने को कहा गया है।