लंदन, 17 मार्च (आईएएनएस)। ब्रिटेन में दफ्तर के कम्प्यूटर पर अश्लील सामग्री देखने के आरोप में तीन न्यायधीशों को उनके पद से हटा दिया गया है और एक अन्य ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
‘द गार्डियन’ में मंगलवार को आई खबर के मुताबिक, ब्रिटेन के न्यायायिक आचार जांच कार्यालय (जेसीआईओ) द्वारा की गई अनुशासनात्मक जांच में न्यायधीशों को अपने आईटी खातों के अक्षम्य दुरुपयोगा का दोषी पाया गया है।
इस रहस्य से पर्दा उठने के कारण कई लोगों की न्यायापालिका पर आस्था को चोट पहुंचेगी।
जेसीआईओ ने एक बयान जारी कर कहा, “तीन न्यायाधीशों, जिला न्यायाधीश टिमोथी बाउल्स, आव्रजन न्यायाधीश वारेन ग्रांट और उप जिला न्यायाधीश और रितॉर्डर पीटर बुलॉक को अपने पदों से हटा दिया गया है। उन पर अपने दफ्तरों के न्यायायिक आईटी उपकरण पर अश्लील सामग्री देखने का आरोप था, जिनकी जांच के बाद यह कार्रवाई की गई है।”
जेसीआईओ ने कहा, “लॉर्ड चांसलर (न्याय सचिव, क्रिस ग्रेलिंग) और लॉर्ड चीफ जस्टिस (लॉर्ड थॉमस ऑफ शिव्मगिड) इस बात से संतुष्ट थे कि अश्लील सामग्री में किसी बच्चे की तस्वीर अथवा किसी तरह की अवैध सामग्री नहीं थी, लेकिन उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि यह अपने न्यायिक आईटी खातों का अक्षम्य दुरुपयोग था और न्यायिक कार्यालय धारक के लिए पूरी तरह से अस्वीकार आचरण था।”
बयान के मुताबिक, “चौथे न्यायाधीश रिकॉर्डर एंर्डयू मॉ को भी अपने न्यायायिक आईटी खाते से इसी तरह की सामग्री देखते पाया गया था।”
बयान में कहा गया है कि आरोपी न्यायाधीश को हटा दिया जाता, लेकिन उन्होंने पहली ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
ये न्यायाधीश हालांकि न तो किसी प्रकार की तस्वीरें एक दूसरे से साझा कर रहे थे और न उनमें किसी प्रकार का कोई संबंध है।