बैतूल, 1 दिसंबर – हरियाणा के स्वयंभू संत रामपाल की गिरफ्तारी के बाद मध्य प्रदेश बैतूल में बन रहे आश्रम को लेकर लगातार खुलासे हो रहे हैं। आश्रम के बीच से निकले सरकारी नहर का पानी रोककर स्टापडेम सह पुलिया का निर्माण किया था। इसके चलते किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल पा रहा था। रामपाल के समर्थकों ने राष्ट्रीय राजमार्ग के करीब उड़दन ग्राम में 70 एकड़ जमीन खरीदकर आश्रम का निर्माण शुरू किया था। उड़दन निवासी सुखनंदन धुर्वे ने बताया कि निर्माणाधीन आश्रम के पीछे सरकारी नाला है, जिसमें 12 माह पानी बहता था। जिससे आसपास के किसान रबी सीजन में गेहूं, चने की खेती करने के लिए नहर (नाले) के पानी से सिंचाई करते थे।
उड़दन के ग्रामीणों के मुताबिक रामपाल के समर्थकों ने आश्रम निर्माण के दौरान बारहमासी नहर को बंद कर वहां स्टापडेम सह पुलिया का निर्माण किया गया, जिससे नहर में पानी का बहना बंद हो गया। स्टापडेम में जमा पानी का उपयोग संत के आश्रम के लोग ही करते हैं। ग्रामीणों के मुताबिक नाले पर अतिक्रमण कर लेने से लगभग 60-70 भूमि सिंचाई से वंचित हो गई है। जिससे रबी सीजन में खेत खाली रहने से किसानों को खासा नुकसान हो रहा है।
बैतूल निवासी गोलू आर्य ने बताया कि आश्रम के पीछे उसकी छह एकड़ जमीन थी, जिसे रामपाल के लोग खरीदना चाहते थे, परंतु जमीन बेचने से इंकार करने के बाद रामपाल के समर्थकों ने आम रास्ता बंद कर दिया। गोलू आर्य के मुताबिक आम रास्ता बंद होने से उसे अब खेत जाने के लिए तीन किलोमीटर जंगल के रास्ते से होकर जाना पड़ता है।
बीते तीन चार वर्षो से उड़दन ग्राम के समीप बाबा रामपाल के आश्रम का निर्माण हो रहा है। परंतु इस दौरान ग्रामीण जन कभी भी आश्रम परिसर में नहीं जा पाए। ग्रामीणों ने बताया कि आश्रम के चारों ओर गनमैन घूमते रहते थे। जब किसान या ग्रामीण आश्रम परिसर के समीप गुजरते थे तो सुरक्षाकर्मी बंदूक दिखाकर उन्हें धमकाकर आश्रम परिसर से दूर रहने की चेतावनी देते थे।
उड़दन निवासी कमलेश यादव ने बताया कि बीते वर्ष 31 दिसंबर की रात को वे अपने दोस्तों के साथ पार्टी मनाकर हल्ला गुल्ला मचाते हुए आश्रम के सामने से होकर अपने घर जा रहे थे। तभी आश्रम के लोगों ने आकर कट्टा अड़ा दिया और चेतावनी दी कि अब इस तरफ से न गुजरें।
राष्ट्रीय राजमार्ग 69 पर उड़दन ग्राम के समीप रामपाल के निर्माणाधीन आश्रम की निगरानी की सीसीटीवी कैमरों से किए जाने की चर्चा रही है, हालांकि वर्तमान में सीसीटीवी कैमरे तो नहीं लगे हैं परंतु कैमरों के पाइंट अभी भी दिखाई दे रहे हैं।