बासेल, 15 मार्च (आईएएनएस)। ऑल इंग्लैंड में मिली असफलता को पीछे छोड़ते हुए शीर्ष वरीय भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत ने रविवार को फाइनल मुकाबले में शानदार प्रदर्शन करते हुए पिछले बार के चैम्पियन डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसेन को हराकर 120,000 डॉलर इनामी राशि वाले स्विस ओपन ग्रांप्री गोल्ड टूर्नामेंट का पुरुष एकल खिताब जीत लिया।
श्रीकांत ने 47 मिनट तक चले मुकाबले में एक्सेलसेन को 21-15, 12-21, 21-14 से हराया। दोनों खिलाड़ियों के बीच यह पहला मुकाबला था।
यह पहला मौका है कि जब किसी भारतीय पुरुष खिलाड़ी ने इस खिताब को जीता है। इससे पूर्व सायना नेहवाल ने वर्ष 2011 और 2012 में महिला एकल का खिताब जीता था।
चौथे विश्व वरीयता प्राप्त 22 वर्षीय श्रीकांत को हालांकि विश्व के छठे वरीयता वाले खिलाड़ी एक्सेलसेन से कड़ी चुनौती मिली।
पहले गेम से ही मैच के संघर्षपूर्ण होने का आभास हो गया था। 8-8 से स्कोर बराबर रहने के बाद श्रीकांत ने वापसी करते हुए पहला गेम जीता।
दूसरे गेम में लेकिन दूसरे वरीय एक्सेलसेन ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 11-3 से बड़ी बढ़त हासिल कर ली और आखिरी पांच अंक लगातार अर्जित करते हुए गेम अपने नाम कर लिया।
निर्णायक गेम में एक बार फिर दोनों खिलाड़ियों में कड़ी होड़ दिखी। श्रीकांत ने शुरुआत में कुछ अच्छे शॉट लगाए, लेकिन 1-4 से पिछड़ गए। इसके बाद श्रीकांत ने वापसी की और लगातार छह अंक जुटाए और 7-4 की बढ़त ले ली।
दोनों खिलाड़ियों के बीच एक-एक अंक को लेकर कड़ा संघर्ष हुआ और तीन बार स्कोर बराबर रहा। 13-13 से स्कोर बराबर रहने के बाद श्रीकांत आक्रामकता बढ़ाते हुए अगले आठ अंक हासिल करने के दौरान एक्सेलसेन को सिर्फ एक अंक लेने दिया और खिताब अपने नाम कर लिया।
श्रीकांत के करियर का यह दूसरा ग्रांप्री गोल्ड खिताब है। साथ ही इस साल का यह उनका पहला खिताब है। इससे पूर्व उन्हें जनवरी में लखनऊ में आयोजित इंडिया ओपन ग्रांप्री गोल्ड के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। इसी महीने की शुरुआत में ऑल इंग्लैंड ओपन से भी वह पहले ही दौर में हार कर बाहर हो गए थे।
श्रीकांत अब 24 से 29 मार्च के बीच नई दिल्ली में आयोजित होने वाले इंडिया ओपन सुपर सीरीज में हिस्सा लेंगे।