विशेषज्ञों का मानना है कि इससे दोनों देशों को लाभ पहुंच सकता है। विशेषज्ञों ने चीन के फुडान विश्वविद्यालय के साथ साझेदारी में ब्राजील के थिंक टैंक फंडाकाओ गुटेलियों वर्गेस (एफजीवी) ने पिछले शुक्रवार को चीन-ब्राजील संबंधों पर आयोजित सेमिनार में दोनों देशों के बुनियादी ढांचे की दशा, बुनियादी ढांचागत निर्माण में सार्वजनिक-निजी क्षेत्रों की भागीदारी, वित्त, पर्यावरणीय लाइसेंसिंग एवं अन्य मुद्दों पर चर्चा की।
एफजीवी के शोधकर्ता लिया वाल्स ने कहा कि पिछले कुछ साल में ब्राजील के लिए चीन का महत्व काफी बढ़ गया है। चीन पिछले लगातार छह साल से ब्राजील का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार देश है। इस साल की शुरुआत में चीन ने ब्राजील में 53 अरब डॉलर के निवेश की योजना का ऐलान किया था। यह निवेश मुख्य रूप से बुनियादी ढांचागत क्षेत्र में किया जाएगा।
वाल्स ने कहा कि बुनियादी ढांचागत क्षेत्र में चीन को काफी जानकारी है, वहीं ब्राजील को अपने बुनियादी ढांचे में सुधार की जरूरत है। दोनों देश लक्ष्य हासिल करने के लिए मिल कर काम कर सकते हैं।