भारत के उत्तरी नगर, आगरा में दो टन भारी इस्पात की एक पुस्तक स्थापित की गई है जिसमें महात्मा बुद्ध की जीवनी और उनके उपदेश अंकित किए गए हैं।
यह पुस्तक भारतीय संविधान के एक प्रमुख लेखक और भारत के प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ बी. आर. अम्बेडकर (1891-1956) की पुस्तक “बुद्ध और उनका धम्म” का हिन्दी में अनुवाद है।
यह पुस्तक 3 मीटर लंबी और 2 मीटर चौड़ी है। इसके 24 पृष्ठ हैं जिनमें से प्रत्येक पृष्ठ की मोटाई पांच सेंटीमीटर है। इस पुस्तक के उद्घाटन समारोह में 35 हज़ार लोगों ने भाग लिया। इस पुस्तक का निर्माण “धम्म भूमि संस्था” द्वारा किया गया है। इस संस्था के संचालक, करुणाशील राहुल ने कहा कि “आगरा आज तक ताजमहल के कारण दुनिया में जाना जाता था। अब हम दुनिया को कुछ और भी दिखा सकते हैं।”
इस पुस्तक को गिनीज़ बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में शामिल करने की सिफारिश भी की गई है।