ब्रिजटाउन (बारबाडोस), 1 नवंबर – पिछले महीने कैरेबियाई खिलाड़ियों द्वारा भारत दौरा बीच में रद्द करने के बाद अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने पत्र भेजकर वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड (डब्ल्यूआईसीबी) से हर्जाने के रूप में 4.2 करोड़ डॉलर की मांग की है। साथ ही बीसीसीआई ने कहा है कि यह हर्जाना अगर नहीं भरा गया तो वह डब्ल्यूआईसीबी पर कानूनी कर्रवाई करेगा। समाचार एजेंसी सीएमसी के अनुसार बीसीसीआई के अधिकारियों ने शुक्रवार को डब्ल्यूआईसीबी से बाकी बचे कोलकाता एकदिवसीय और तीन टेस्ट मैचों को रद्द किए जाने के एवज में 4.197 करोड़ डॉलर की मांग की। बीसीसीआई ने 15 दिनों के अंदर डब्ल्यूआईसीबी को यह बताने को कहा है कि यह हर्जाना कब और कैसे दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि बीसीसीआई ने दो हफ्ते पहले ही श्रृंखला रद्द किए जाने के खिलाफ कार्रवाई की बात कही थी।
बीसीसीआई के अनुसार बचे हुए मैचों के रद्द होने से उसे मीडिया राइट्स में 3.5 करोड़ डॉलर, टिकट बिक्री में 20 लाख डॉलर और माइक्रोमैक्स से प्रमुख प्रायोजक के तौर पर 16 लाख डॉलर का नुकसान हुआ।
साथ ही बीसीसीआई को कई अन्य प्रायोजक कंपनियों से भी नुकसान उठाना पड़ा।
बीसीसीआई सचिव संजय पटेल द्वारा भेजे गए पत्र में कहा गया है, “डब्ल्यूआईसीबी लिखित में बताए कि वह इस हर्जाने को कैसे पूरा करेगा। अगर बीसीसीआई को 15 दिनों में इस संबंध में कोई पत्र नहीं मिलता तो बोर्ड डब्ल्यूआईसीबी के खिलाफ भारतीय अदालत में मामला दर्ज करेगा।”
साथ ही बीसीसीआई ने अपने भेजे पत्र में विवाद सुलझने तक डब्ल्यूआईसीबी से सभी रिश्ते समाप्त करने की भी जानकारी कैरेबियाई बोर्ड को दी है।
उल्लेखनीय है कि कैरेबियाई खिलाड़ियों ने अपने बोर्ड से वेतन विवाद के कारण धर्मशाला में खेले गए चौथे एकदिवसीय के बाद भारत दौरा बीच में छोड़ दिया था।