नई दिल्ली, 11 सितम्बर (आईएएनएस)। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) सट्टेबाजी और स्पॉट फिक्सिंग मामले में याचिकाकर्ता रहे क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार (सीएबी) के सचिव आदित्य वर्मा ने लोढ़ा समिति की सिफारिशों का हवाला देते हुए सर्वोच्च न्यायालय से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से संबद्ध प्रतियोगिताओं पर रोक लगाए जाने का अनुरोध किया है।
आदित्य ने सर्वोच्च न्यायालय को भेजे अपने पत्र में बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) और सीएबी के बीच चल रहे मामले को बीसीसीआई लोकपाल के सम्मुख पेश किए जाने की मांग भी की।
आदित्य ने लोढ़ा समिति की एक राज्य एक मत की सिफारिश का हवाला देते हुए कहा कि यदि बीसीसीआई से संबद्ध प्रतियोगिताओं पर रोक नहीं लगाई गई तो बिहार के क्रिकेट खिलाड़ियों को नुकसान होगा, जो राज्य के विभाजन के बाद से ही अवसर न मिलने की समस्या से जूझ रहे हैं।
आदित्य ने बीसीए पटना द्वारा बीसीसीआई से मिली धनराशि के दुरुपयोग का हवाला भी दिया और कहा कि बीसीसीआई इस संबंध में सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष कई शपथ-पत्र भी दाखिल कर चुकी है।
उन्होंने कहा, “सर्वोच्च न्यायालय को दिए शपथ-पत्र में बीसीसीआई ने कहा था कि बीसीए पटना और सीएबी के बीच बीसीसीआई की सदस्यता का मामला बीसीसीआई की एफिलिएशन कमिटी करेगी, लेकिन ऐसा न करते हुए बीसीसीआई ने बीसीए पटना को संबद्ध सदस्यता दे दी।”