नई दिल्ली, 6 मार्च (आईएएनएस)। केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि 16 दिसंबर, 2012 को घटी सामूहिक दुष्कर्म की घटना पर बीबीसी के लिए वृत्तचित्र बनाने वाली ब्रिटिश फिल्मकार, लेस्ली उडविन ने सरकारी अधिकारियों के साथ छल किया है या नहीं, यह बात जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी।
अधिकारी ने नाम न जाहिर करने के अनुरोध के साथ आईएएनएस को बताया कि मामले की जांच के आदेश दिए जा चुके हैं और सरकार जांच रपट आने पर जरूरत पड़ी तो कार्रवाई करेगी।
यह पूछे जाने पर कि क्या फिल्मकार ने दुष्कर्म के दोष के लिए तिहाड़ में कैद व्यक्तियों के साक्षात्कार की अनुमति लेने तथा कई कैदियों के साक्षात्कार लेना, लेकिन वृत्तचित्र सिर्फ सर्वाधिक संवेदनशील कैदी पर बनाने के मामले में प्रशासन के साथ छल तो नहीं किया, अधिकारी ने कहा कि ये सारी बातें जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट हो पाएंगी।
अधिकारी ने कहा, “जांच जारी है। मामले की जांच हर पहलू से की जा रही है। उन्होंने किस चीज के लिए अनुमति मांगी और उसका उन्होंने किस तरह उपयोग किया, इन सभी पक्षों की जांच की जा रही है और जांच रपट आने पर तस्वीर साफ हो जाएगी।”
सरकार ब्रिटिश फिल्मकार पर करार की शर्तो का उल्लंघन करने का पहले ही आरोप लगा चुकी है और उसे एक कानूनी नोटिस भी भेजा जा चुका है।
वृत्तचित्र में दोषी दुष्कर्मी मुकेश सिंह का साक्षात्कार शामिल है, जिसका भारत में प्रसारण प्रतिबंधित है।
लेकिन बीबीसी ने दो दिन पहले ही इस वृत्तचित्र का प्रसारण कर दिया था और यह इंटरनेट पर हर जगह छा गया था।